
न्यूयॉर्क। यॉर्क यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के अनुसार विवाहित और अपने आप को आकर्षक मानने वाली उच्च वर्ग की महिलाएं जीवन में सर्वाधिक संतुष्ट होती हैं। पूर्व के अध्ययनों में जहां यह बताया गया है कि जीवन में खुशी का संबंध पैसों से होता है वहीं इस नए अध्ययन के अनुसार हालांकि आमदनी जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखती है लेकिन यह कहना भी सही नहीं है कि जीवन के लिए यही एकमात्र महत्व की चीज है।
इस अध्ययन में रिसर्चर्स ने यह समझने का प्रयास किया है कि जीवन में सर्वाधिक संतुष्टि प्रदान करने वाले कारण क्या-क्या हैं। अध्ययन के तहत 25 से 64 वर्ष आयु समूह के वर्किंग एवं नॉन वर्किंग श्रेणी के 12 हजार प्रतिभागियों को शामिल किया गया। इन प्रतिभागियों से उनके परिवार, कार्य, शिक्षा, सामाजिक रूचियां, सामाजिक वर्ग, आमदनी एवं जीवन संतोष के बारे में जानकारियां जुटाई गईं।
रिसर्चर्स के अनुसार इस अध्ययन से जो सर्वाधिक महत्वपूर्ण तथ्य सामने आया है, वह यह है कि जीवन संतुष्टि में शारीरिक सौंदर्य का भी अहम स्थान है। हालांकि अन्य लोग किसी व्यक्ति को भले ही बहुत आकर्षक मानते हों पर इस मामले में सर्वाधिक महत्वपूर्ण पहलू उस व्यक्ति की खुद की सोच होती है कि वह स्वयं को कितना सुंदर समझता है। परिवार के साथ समय बिताना, काम के अलावा किसी समुदाय का हिस्सा होना और लोगों पर निर्भर रहना भी जीवन की संतुष्टि पर उच्च प्रभाव डालता है। हालांकि आमदनी की भी इसमें भूमिका होती है लेकिन यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण नहीं होती।
निम्न से उच्च वर्ग में पहुंचने से संतुष्टि में आता है उछाल
जीवन संतुष्टि में आपके काम से ज्यादा प्रभाव आपके परिवार एव सामाजिक संबंधों का पड़ता है। अध्ययन में यह पाया गया कि यदि आप निम्न वर्ग से उच्च वर्ग में पहुंचते हैं तो आपकी जीवन संतुष्टि में उछाल आता है। इसी प्रकार स्वास्थ्य की गुणवत्ता की भी जीवन संतुष्टि में बड़ी भूमिका होती है। वहीं विवाहित लोग विधवा, विधुर, अलग या अकेले रह रहे लोगों की तुलना में अधिक संतुष्ट होते हैं। पुरूषों की तुलना में महिलाएं जीवन में अधिक संतुष्ट होती हैं।