ताजा खबरधर्म

Magh Gupt Navratri 2025 : आज से माघ गुप्त नवरात्रि शुरू, 7 फरवरी को होगा समापन, जानें महत्व और पूजा विधि

माघ गुप्त नवरात्रि एक विशेष पर्व है जो माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है। माघ गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से प्रारंभ हो चुकी है और इसका समापन 7 फरवरी को होगा। यह साधना, तंत्र-मंत्र और शक्ति उपासना के लिए विशेष मानी जाती है। इस नवरात्रि को तांत्रिक और साधक गुप्त रूप से साधनाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं।

जानें घटस्थापना मुहूर्त

घटस्थापना मुहूर्त – 09:02 AM से 10:22 AM

  • अवधि – 01 घण्टा 20 मिनट्स

घटस्थापना अभिजित मुहूर्त – 11:49 AM से 12:33 PM

  • अवधि – 00 घण्टे 44 मिनट्स

घटस्थापना मुहूर्त प्रतिपदा तिथि पर है।

प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ – 29 जनवरी, 2025 को 06:05 PM बजे

प्रतिपदा तिथि समाप्त – 30 जनवरी, 2025 को 04:10 PM बजे

मीन लग्न प्रारम्भ – 30 जनवरी, 2025 को 09:02 AM बजे

मीन लग्न समाप्त – 30 जनवरी, 2025 को 10:30 AM बजे

शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त 04:58 AM से 05:50 AM तक
प्रातः संध्या 05:24 AM से 06:42 AM तक
अभिजित मुहूर्त 11:49 AM से 12:33 PM तक
विजय मुहूर्त 02:01 PM से 02:45 PM तक
गोधूलि मुहूर्त 05:38 PM से 06:05 PM तक
सायान्ह सन्ध्या 05:41 PM से 06:59 PM तक
अमृत काल 08:03 PM से 09:33 PM तक
निशिता मुहूर्त 11:45 PM से 12:37 AM, 31 जनवरी तक

माघ गुप्त नवरात्रि का महत्व

माघ गुप्त नवरात्रि हिन्दू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक पर्व है। यह विशेष रूप से साधकों, तांत्रिकों और गुप्त उपासना करने वालों के लिए अति महत्त्वपूर्ण होती है। इस नवरात्रि का मुख्य उद्देश्य मां दुर्गा और उनके दस महाविद्याओं (काली, तारा, छिन्नमस्ता, बगलामुखी, धूमावती आदि) की गुप्त साधना करना होता है।

  • माघ गुप्त नवरात्रि उन साधकों के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होती है जो आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करना चाहते हैं।
  • इस दौरान गुप्त मंत्र, यंत्र और तंत्र साधनाएं की जाती हैं, जो सिद्धि प्राप्ति में सहायक होती हैं।
  • मां बगलामुखी, मां काली, मां तारा आदि की विशेष पूजा इस समय में की जाती है।
  • इस नवरात्रि में की गई साधना और पूजा साधक को आत्मिक शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है।
  • जो लोग भौतिक जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, वे इस दौरान मां दुर्गा की विशेष आराधना करके अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।
  • माघ गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा और मां बगलामुखी की आराधना करने से शत्रु बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
  • इस दौरान किए गए मंत्र-जाप और हवन से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और व्यक्ति को सुरक्षा मिलती है।
  • इस नवरात्रि में मां लक्ष्मी और मां दुर्गा की साधना से व्यक्ति के जीवन में धन, सुख और समृद्धि आती है।
  • व्यापार और करियर में सफलता के लिए इस समय की गई पूजा अति फलदायी मानी जाती है।
  • इस नवरात्रि में व्रत और उपवास करने से मन, वचन और कर्म की शुद्धि होती है।
  • भक्तजन अपनी आत्मा को शुद्ध करने के लिए ध्यान और जप का अभ्यास करते हैं।
  • माघ गुप्त नवरात्रि में जो साधक नियमित साधना करते हैं, वे दुर्लभ सिद्धियाँ प्राप्त कर सकते हैं।
  • कई तांत्रिक और योगी इस नवरात्रि में विशेष अनुष्ठान और साधनाएं करते हैं।

कैसे करें माघ गुप्त नवरात्रि की पूजा ?

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और मां दुर्गा की मूर्ति या चित्र की स्थापना करें।
  • मां दुर्गा, महाविद्याओं और नवदुर्गा की पूजा करें।
  • दुर्गा सप्तशती, श्री दुर्गा चालीसा और विशेष मंत्रों का जाप करें।
  • व्रत रखें और सात्त्विक भोजन करें।
  • नवमी के दिन कन्या पूजन और हवन करें।

गुप्त नवरात्रि के लाभ

  • शत्रु बाधा, नकारात्मक ऊर्जा, तंत्र बाधा आदि से मुक्ति मिलती है।
  • व्यापार, धन, सुख-समृद्धि और सफलता में वृद्धि होती है।
  • आध्यात्मिक उन्नति के लिए यह सर्वोत्तम समय होता है।

माघ गुप्त नवरात्रि की तिथियां

  • नवरात्रि प्रतिपदा- 30 जनवरी 2025, गुरुवार – मां काली
  • नवरात्रि द्वितीया- 31 जनवरी 2025, शुक्रवार – मां तारा
  • नवरात्रि तृतीया- 1 फरवरी 2025, शनिवार – मां त्रिपुर सुंदरी
  • नवरात्रि चतुर्थी- 2 फरवरी 2025, रविवार – मां भुवनेश्वरी
  • नवरात्रि पंचमी- 2 फरवरी 2025 रविवार – मां भैरवी
  • नवरात्रि षष्ठी- 3 फरवरी 2025, सोमवार – मां छिन्नमस्ता
  • नवरात्रि सप्तमी- 4 फरवरी 2025, मंगलवार- मां धूमावती
  • नवरात्रि अष्टमी- 5 फरवरी 2025, बुधवार – मां बगलामुखी
  • नवरात्रि नवमी- 6 फरवरी 2025, गुरुवार – मां मातंगी
  • नवरात्रि दशमी- 7 फरवरी 2025, शुक्रवार – मां कमला

संबंधित खबरें...

Back to top button