ग्वालियर। हजीरा थाना इलाके में लव जिहाद का मामला सामने आया है। यूपी के रहने वाले युवक ने 20 वर्षीय छात्रा से वीडियो कॉल के जरिए फ्रेंडशिप की, फिर नाम छुपाकर उसे प्रेमजाल में फांस अपने घर ले गया। वहां उसके साथ जबरन निकाह कर दुष्कर्म करता रहा। करीब दस दिन तक उसकी मनमानी झेलने के बाद पीड़िता एक दिन पहले किसी तरह अपने घर पहंची और परिजनों को आपबीती सुनाई। मामला जानने के बाद परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे और शिकायत की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म व अवैध निरोध में रखने का प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
हजीरा थाना क्षेत्र की गणेश कॉलोनी में निवासरत बीएससी थर्ड ईयर की 20 वर्षीय छात्रा ने शिकायत की है कि 4-5 माह पहले उसके मोबाइल पर एक युवक का वीडियोकॉल अया। उसने रॉन्ग नंबर कहकर कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया। उसके बावजूद युवक बार-बार उसे कॉल करने लगा, जिससे धीरे-धीरे उनके बीच दोस्ती हो गई। इसी बीच युवक उसे साथ में भागकर शादी करने की बात कहने लगा, तो युवती ने मना कर दिया। इसके चार सितंबर को युवक उससे मिलने के लिए ग्वालियर आया और जबरन युवती को अपने गांव यूपी के बदायूं जिले के सहसबान ले गया। जहां पहुंचकर उसे पता लगा कि युवक हिन्दू नहीं बल्कि मुस्लिम है और उसका नाम शहवाज खान है।
आरोपी ने युवती को अपने घर में बंधक बनाकर रखा और 11 सितंबर को जबरदस्ती उसके साथ निकाह करके शारीरिक संबंध बना लिए। करीब दस दिनों तक उत्पीड़न का शिकार होती रही युवती किसी तरह एक दिन पहले आरोपी के चंगुल से भागकर अपने घर पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई।
मामले की जांच कर रही एसआई त्रिवेणी राजावत ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धारा 366, 376, 344 व 506 के तहत प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली, कि आरोपी भी युवती को खोजता हुआ ग्वालियर आने वाला है। इस पर बस स्टैंड पर घेराबंदी कर ली गई। जैसे ही आरोपी बस से उतरा उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
निकाह कर नाम भी बदल दिया
पीड़िता के मुताबिक आरोपी शहबाज ने ग्वालियर से अपने गांव ले जाने के बाद घर में बंधक बनाकर रखा रहा। फिर उससे निकाह करते वक्त जबरन उससे तीन बार कबूल है कहलवाया। उसका नाम भी बदलकर मरियम बेगम रख दिया।
रास्ते में ही मोबाइल तोड़कर फेंक दिया
आरोपी द्वारा युवती का अपहरण कर यूपी ले जाते वक्त रास्ते में ही उसका मोबाइल तोड़कर फेंक दिया गया, जिससे वह किसी से बात न कर सके।