
गुजरात। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने एक बार फिर 9 दिन का मौन व्रत धारण कर लिया है। इससे पहले जब-जब उसने मौन व्रत किया, उसके गैंग से जुड़ी कोई बड़ी आपराधिक घटना सामने आई। 12 फरवरी को लॉरेंस का जन्मदिन है और उसके मौन व्रत के दौरान इस बार भी किसी साजिश की आशंका जताई जा रही है।
पहले भी किया मौन व्रत धारण, तब हुआ बड़ा कांड
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से लेकर एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या तक, कई मामलों में देखा गया कि वारदात से पहले लॉरेंस बिश्नोई ने मौन व्रत रखा था। वह 9 दिन तक उपवास करता है, खाना नहीं खाता और इस दौरान धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन करता है। जेल प्रशासन का कहना है कि कैदियों को अपनी धार्मिक स्वतंत्रता का पालन करने की अनुमति होती है, इसलिए लॉरेंस के इस कदम को रोका नहीं जा सकता।
साबरमती जेल में कड़ी सुरक्षा
लॉरेंस बिश्नोई इस समय गुजरात की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है। उसे उच्च सुरक्षा बैरक में रखा गया है, जहां बहुत ही सीमित स्टाफ को प्रवेश की अनुमति है। इसके बावजूद, उस पर जेल के अंदर से मोबाइल फोन के जरिए अपने गैंग से संपर्क करने के आरोप लगते रहे हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा दाखिल चार्जशीट में यह दावा किया गया था कि उसने जेल से ही तिहाड़ जेल में बंद हाशिम बाबा से बात की थी।
क्या किसी नई वारदात की तैयारी
लॉरेंस बिश्नोई के इस मौन व्रत के पीछे क्या कोई नई साजिश है, यह बड़ा सवाल बन गया है। इससे पहले बाबा सिद्दीकी की हत्या के वक्त भी वह मौन व्रत पर था। हालांकि, मुंबई पुलिस की 4,590 पन्नों की चार्जशीट में उसका नाम नहीं था, लेकिन अनमोल बिश्नोई पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया गया था। लॉरेंस गैंग के पास करीब 700 शूटर होने के दावे किए जाते रहे हैं, जिससे किसी भी बड़ी वारदात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
12 फरवरी को जन्मदिन, 13 को टूटेगा मौन
लॉरेंस बिश्नोई 12 फरवरी को अपना जन्मदिन मनाने वाला है और 13 फरवरी को उसका मौन व्रत समाप्त होगा। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं कि कहीं उसके गैंग का कोई सदस्य किसी आपराधिक वारदात को अंजाम न दे।
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