
हापुड़। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में बुधवार देर रात यूपी एसटीएफ (नोएडा यूनिट) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक बड़ी कार्रवाई की। यहां कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के शार्प शूटर नवीन कसाना को एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। यह एनकाउंटर हापुड़ नगर कोतवाली क्षेत्र के प्रीत विहार इलाके के जंगल में हुआ।
सूचना के अनुसार नवीन किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था और बाइक पर अपने एक साथी के साथ इलाके में पहुंचा था। पुलिस ने उसे घेरा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी।
मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी घायल
पुलिस की घेराबंदी देखते ही नवीन ने फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान STF के सिपाही अंकुर और दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह गोली लगने से घायल हो गए। दोनों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। जवाबी कार्रवाई में STF की गोली नवीन को लगी। जिसे घायल हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
नवीन के साथ मौजूद दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस द्वारा कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
कौन था नवीन कसाना
नवीन कसाना, गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला था और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य था। वह गैंग के दूसरे कुख्यात अपराधी हाशिम बाबा के साथ मिलकर दिल्ली और यूपी में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता था।
उस पर हत्या, डकैती, अपहरण, मकोका और गैंगस्टर एक्ट समेत 20 से ज्यादा संगीन केस दर्ज थे। दिल्ली के दो मामलों में उसे सजा भी हो चुकी थी। वह 2021 में पैरोल पर बाहर आया था, लेकिन सरेंडर न करके फरार हो गया था।
इन मामलों में आया नाम
2008: सीमापुरी थाने में अवैध हथियार रखने का पहला केस
2009: साहिबाबाद मर्डर केस
2011: गुड़गांव डबल मर्डर
2014: सदर बाजार से ₹26 लाख की लूट
2018: जगतपुरी में ₹7.7 लाख की लूट
2022: गीता कॉलोनी में ₹50 लाख की सोने की लूट
STF को कैसे मिला इनपुट?
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि नवीन हापुड़ में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है। यह इनपुट मिलते ही नोएडा STF की टीम को भेजा गया। मुखबिर की निशानदेही पर उसे ट्रैक किया गया और रात 11 बजे प्रीत विहार इलाके में घेराबंदी की गई।
11 दिन में 5 एनकाउंटर, 2 पुलिसकर्मी शहीद
पिछले 11 दिनों में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 5 बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया गया है। इनमें से कई हाई-प्रोफाइल मामलों में वांछित थे। इसी अवधि में दो पुलिसकर्मी भी शहीद हुए हैं, और कई घायल हुए हैं।
यूपी में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
वर्ष 2017 से अब तक यूपी में 234 बदमाश एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। वहीं, इस दौरान 23 पुलिसकर्मी शहीद और 1650 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। यूपी STF और पुलिस की ओर से संगठित अपराध के खिलाफ यह सख्त रुख जारी है।
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