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भाषा विवाद के बीच PM मोदी का CM स्टालिन पर तंज, कहा- तमिलनाडु के नेता तमिल में हस्ताक्षर नहीं करते, डॉक्टरी की पढ़ाई तमिल भाषा में कराएं

रामेश्वरम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनवमी के अवसर पर रविवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम में 8300 करोड़ रुपए की रेल और सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने पंबन ब्रिज, नई रेल सेवाओं और राज्य की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई देने वाली योजनाओं का उद्घाटन किया। साथ ही, उन्होंने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी DMK और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर नई शिक्षा नीति और भाषा विवाद को लेकर साफ-साफ निशाना साधा।

पंबन ब्रिज, भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज

पीएम मोदी ने रामेश्वरम में एशिया के पहले वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल – पंबन ब्रिज का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि “रामेश्वरम जैसा प्राचीन तीर्थ अब 21वीं सदी की इंजीनियरिंग से जुड़ रहा है।” यह ब्रिज अब ट्रेनों और बड़े जहाजों को एक साथ संचालन की सुविधा देगा, जिससे दक्षिण भारत की कनेक्टिविटी को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।

रामनवमी पर बड़ा संबोधन

रामनवमी के अवसर पर पीएम मोदी ने रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन किए और अपने संबोधन में कहा, “भगवान श्रीराम का जीवन और उनके शासन से मिलने वाली प्रेरणा, राष्ट्र निर्माण का बड़ा आधार है। आज तमिलनाडु में विकास की जिन परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है, वे भविष्य के भारत की नींव को और मजबूत करेंगी।”

भाषा विवाद के बीच स्टालिन पर निशाना

नई शिक्षा नीति और ट्राय लैंग्वेज पॉलिसी पर चल रहे विवाद के बीच पीएम मोदी ने बिना नाम लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा – “तमिलनाडु के कई नेताओं की चिट्ठियां मेरे पास आती हैं, लेकिन किसी पर भी तमिल में हस्ताक्षर नहीं होता। अगर तमिल पर गर्व है, तो सिग्नेचर भी तमिल में करना चाहिए।” इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार को चाहिए कि डॉक्टरी की पढ़ाई तमिल भाषा में कराई जाए, जिससे स्थानीय छात्रों को अपनी मातृभाषा में उच्च शिक्षा का लाभ मिल सके।

दरअसल, तमिलनाडु सरकार पिछले दो महीने से नई शिक्षा नीति के तहत राज्य में ट्राय लैंग्वेज पॉलिसी लागू करने का विरोध कर रही है। पॉलिसी के तहत तमिल, अंग्रेजी के अलावा हिंदी को भी शिक्षा के माध्यम में शामिल करने का प्रस्ताव है। DMK चीफ और CM स्टालिन इसका विरोध कर रहे हैं।

CM स्टालिन ने नहीं किया पीएम का स्वागत

पीएम मोदी के दौरे के दौरान एक राजनीतिक संदेश भी देखने को मिला। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन प्रधानमंत्री को रिसीव करने नहीं पहुंचे, जो कि दोनों नेताओं के बीच चल रहे टकराव को और गहराता दिखा।

देश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की झलक

पीएम ने कहा कि बीते 10 वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना हुआ है और इस तेजी से हुए विकास के पीछे बुनियादी ढांचे में हुआ बड़ा निवेश है। आज देशभर में कई मेगा प्रोजेक्ट्स का निर्माण चल रहा है। जम्मू-कश्मीर में दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुलों में से एक चिनाब ब्रिज का निर्माण पूरा हो चुका है। मुंबई में अटल सेतु बनकर तैयार हो गया है, यह भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल है। वहीं असम का बोगीबील ब्रिज ब्रह्मपुत्र नदी पर बना है। यह देश का सबसे बड़ा रेल रोड ब्रिज है। ये सब भारत के विकास की रफ्तार और हमारे इंजीनियरों की क्षमता का प्रमाण हैं।

पीएम ने कहा कि जब तमिलनाडु में UPA सरकार के अंतर्गत इंडिया गठबंधन की सरकार थी, तब भी केंद्र सरकार ने राज्य को पहले की तुलना में तीन गुना अधिक फंड दिया। उन्होंने कहा कि इससे राज्य की औद्योगिक और आर्थिक प्रगति नहीं रुकी और आज तमिलनाडु देश के अग्रणी औद्योगिक राज्यों में शुमार है।

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