
झांसी के डडियापुरा इलाके में एक निर्माणाधीन मकान में शटरिंग का काम चल रहा था, जब अचानक एक भारी बल्ली गिरने से 4 साल की मासूम बच्ची कव्या खटीक की मौत हो गई। हादसे के वक्त बच्ची घर के बरामदे में सो रही थी। परिजनों का आरोप है कि मजदूर शराब के नशे में काम कर रहे थे, जिससे पहले भी तीन बार बल्लियां गिर चुकी थीं, लेकिन ठेकेदार ने काम बंद नहीं कराया। घटना के बाद ठेकेदार मजदूरों को लेकर मौके से फरार हो गया।
किराए के घर में रह रहा था परिवार, मां की बिलखती पुकार
समथर के सांकन लुहारी गांव निवासी अरविंद खटीक अपने परिवार के साथ डडियापुरा में किराए के मकान में रहते थे। शुक्रवार को मकान मालिक पहली मंजिल का निर्माण करवा रहा था और मजदूर छत के लिए शटरिंग बांध रहे थे। मजदूर नशे की हालत में थे और लापरवाही से काम कर रहे थे। हादसे के बाद मासूम की मां भारती बिलख-बिलखकर अपनी बेटी को वापस लाने की गुहार लगा रही थी।
पहले भी गिरी थीं तीन बल्लियां, फिर भी जारी रहा काम
मृत बच्ची के चाचा जितेंद्र ने बताया कि हादसे से एक घंटे पहले भी तीन बल्लियां गिर चुकी थीं। जब मजदूरों को टोका गया, तब भी ठेकेदार ने उन्हें काम जारी रखने को कहा। लापरवाही और गैर-जिम्मेदारी ने मासूम की जान ले ली।
10 फीट ऊंचाई से गिरा लकड़ी का भारी लट्ठा
हादसे के वक्त कव्या बरामदे में सो रही थी, तभी अचानक 10 फीट लंबी वजनी बल्ली सीधे उसके ऊपर आ गिरी। परिवार के लोग तुरंत उसे मेडिकल कॉलेज लेकर भागे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ठेकेदार फरार, पुलिस जांच में जुटी
घटना के तुरंत बाद ठेकेदार मजदूरों को लेकर भाग गया। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। फिलहाल पुलिस ठेकेदार और लापरवाह मजदूरों की तलाश कर रही है।
गरीब परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
कव्या अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी, जबकि उसका ढाई साल का एक छोटा भाई हर्ष है। पिता अरविंद पानीपुरी का ठेला लगाकर परिवार चलाते हैं। बच्ची की मौत के बाद पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मां भारती सदमे में है और बेसुध होकर अपनी बेटी को पुकार रही है।
निर्माण कार्य में लापरवाही बनी मासूम की मौत की वजह
यह घटना निर्माण कार्यों में बरती जाने वाली लापरवाही का एक और उदाहरण है। शराब पीकर काम करने वाले मजदूरों और गैर-जिम्मेदार ठेकेदार की वजह से एक मासूम की जिंदगी खत्म हो गई। पुलिस की जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की उम्मीद है, लेकिन यह हादसा परिवार के लिए कभी न भरने वाला जख्म दे गया।