
अशोक गौतम-भोपाल। सिंहस्थ से पहले उज्जैन के कायाकल्प की तैयारियों में सरकार जुट गई है। सिंहस्थ के दौरान श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या न हो, इसके लिए सड़क, बिजली, पानी, सीवेज, आवास सहित अन्य 625 तरह के विकास कार्यों पर 46 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उज्जैन में श्रद्धालुओं के लिए 2026 पड़ाव क्षेत्र बनाए जाएंगे।
ये विकास कार्य पीडब्ल्यूडी, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, जल संसाधन और गृह सहित 20 विभागों को तीन वर्ष के अंदर पूरे करने होंगे। उज्जैन में 2028 में होने वाले सिंहस्थ में सभी जिलों को अपने-अपने स्तर पर प्लान तैयार कर सरकार को सौंपना होगा।
ये मुख्य विभाग करेंगे बड़े काम
पीडब्ल्यूडी : 13,520 करोड़ से इंदौर-उज्जैन, उज्जैन-देवास सहित उज्जैन के आसपास की सभी सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा। ये सड़कें 9 से 18 मीटर चौड़ी होंगी। पड़ाव क्षेत्रों के साथ ही अस्थाई बस स्टैंड भी बनाने होंगे। बस स्टॉप भी बनाए जाएंगे।
नगरीय प्रशासन : 4500 करोड़ रु. से सड़क, पानी, लाइट, सीवेज लाइन के निर्माण के अलावा पड़ाव, अस्थाई बस स्टैंड के लिए नई सीवेज लाइन का निर्माण होगा। शौचालय, कचरा डंपिंग स्टेशन, फायर-स्वच्छता वाहनों की खरीदी, घाटों का निर्माण।
जल संसाधन : 2700 करोड़ रुपए से नर्मदा जल को क्षिप्रा में छोड़ने, क्षिप्रा शुद्धीकरण होगा। देवास, उज्जैन, धार और इंदौर के सीवेज, गंदे पानी को क्षिप्रा में मिलने से रोका जाएगा। 28 किमी की टनल भी बनाई जाएंगी। इसके अंदर स्वच्छता वाहन जाकर सफाई भी कर सकेंगे।
गृह विभाग : 1,444 करोड़ रु. के काम होंगे। कानून-व्यवस्था बनाने के लिए कंट्रोल कमांड सेंटर, नई चौकियां, थाना भवन, कर्मचारियों के लिए स्थाई आवास,एआई सेंटर, पुलिस के ठहरने की व्यवस्था, पुलिस सहायता केंद्र, भूले-बिसरे कैंप आदि।
सिंहस्थ की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सभी विभागों ने सिंहस्थ का रोडमैप और इसके पहले होने वाले कार्यों का खाका तैयार कर लिया है। इसके अनुसार से विभाग सरकार से बजट की डिमांड करेंगे। वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने वाले कुंभ की तैयारी देखने विभागों की एक टीम वहां भी जा रही है। – भरत यादव, आयुक्त, नगरीय प्रशासन-विकास विभाग और सिंहस्थ नोडल विभाग
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