
नई दिल्ली/तेहरान। पश्चिम एशिया में चल रहा ईरान और इजरायल के बीच युद्ध अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है। दोनों देशों के बीच लगातार मिसाइल और ड्रोन हमले हो रहे हैं। इस संघर्ष के बीच ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं। तेहरान में भारतीय दूतावास ने नागरिकों को तुरंत राजधानी छोड़ने की सलाह दी है और कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। साथ ही, भारत सरकार ने पहली खेप में 110 भारतीयों को ईरान से निकाल कर आर्मीनिया पहुंचा दिया है, जहां से उन्हें जल्द ही भारत लाया जाएगा।
भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी
भारतीय दूतावास ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक आपातकालीन सूचना जारी कर कहा है कि, “सभी भारतीय नागरिक और PIO, जो अपने संसाधनों से सुरक्षित स्थान पर जा सकते हैं, वे तुरंत तेहरान छोड़ दें।” हालात गंभीर हैं और हर पल स्थिति बिगड़ रही है। इसी कारण सरकार ने ईरान में रह रहे भारतीयों के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि वे अपने स्थान और संपर्क की जानकारी दूतावास को तुरंत दें।
हेल्पलाइन नंबर और कंट्रोल रूम की जानकारी
तेहरान में भारतीय दूतावास ने निम्नलिखित 24×7 हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
- +98-9010144557
- +98-9128109115
- +98-9128109109
- व्हाट्सएप: +98-901044557, +98-9015993320, +91-8086871709
- बंदर अब्बास: +98-9177699036
- जाहेदान: +98-9396356649
- ईमेल: cons.tehran@mea.gov.in
इसके अलावा, भारत के विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में कंट्रोल रूम स्थापित किया है:
- टोल-फ्री: 1800-118-797
- +91-11-23012113, 23014104, 23017905
- +91-9968291988 (व्हाट्सएप)
- situationroom@mea.gov.in
मेडिकल स्टूडेंट्स ने बयां की डरावनी रात
तेहरान की यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज और इस्लामिक आज़ाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले लगभग 140 भारतीय मेडिकल छात्र भी इस तनाव का शिकार हैं। एक छात्र ने बताया, “शुक्रवार की सुबह 3:20 पर जोरदार धमाके की आवाज आई। काले धुएं के गुबार आसमान में उठते दिखे। हॉस्टल में ब्लैकआउट था और हम सब डर के मारे बेसमेंट में बैठ गए थे।”
उन्होंने आगे कहा, “2-3 घंटे तक लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट और ड्रोन की आवाजें सुनाई देती रहीं। हमारी यूनिवर्सिटी ने भरोसा दिलाया कि वे हमारे साथ हैं, लेकिन अब और रुकना मुश्किल हो गया है। हम जल्द से जल्द अपने देश वापस जाना चाहते हैं।”
पहली खेप में 110 भारतीयों को निकाला गया
दूतावास की मदद से अब तक 110 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित ईरान से निकाल कर आर्मीनिया पहुंचा दिया गया है। सरकार की योजना है कि इन सभी को भारत वापस लाया जाए। बाकी भारतीयों की भी निकासी की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। दूतावास लगातार हालात पर नजर रखे हुए है और आगे की एडवाइजरी समय-समय पर जारी की जाएगी।
युद्ध में अब तक कितने जान-माल का नुकसान?
इजरायल और ईरान के बीच यह संघर्ष अब पांचवे दिन में दाखिल हो चुका है। इजरायली हमलों में ईरान के 224 लोगों की मौत और 1481 घायल हुए हैं। वहीं, ईरान की जवाबी कार्रवाई में 24 इजरायली नागरिकों की मौत और 600 से अधिक घायल हुए हैं। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने दावा किया है कि उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को “बहुत पीछे” धकेल दिया है। उनका यह भी कहना है कि आधे से ज्यादा ईरानी ड्रोन को इजरायली डिफेंस ने मार गिराया है।
ट्रंप की चेतावनी के बाद भारत भी सतर्क
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि “तेहरान को तुरंत खाली किया जाए”, जिसके बाद भारत सरकार भी सतर्क हो गई और तेहरान से भारतीयों को निकालने की प्रक्रिया तेज कर दी गई। भारत सरकार ने साफ किया है कि वह अपने हर नागरिक को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
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