
तेहरान। पश्चिम एशिया में ईरान और इजराइल के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के राष्ट्र को दिए गए उग्र भाषण के कुछ ही समय बाद इजराइली वायुसेना ने तेहरान के लवीजान इलाके पर बमबारी कर दी। यह इलाका खामेनेई के गुप्त ठिकाने के रूप में जाना जाता है।
सैन्य ठिकाने बने निशाना
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली सेना ने तेहरान के नोबोन्याद स्क्वायर को भी निशाना बनाया, जहां ईरानी रक्षा मंत्रालय और कई सैन्य कारखाने स्थित हैं। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस कार्रवाई की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उनका लक्ष्य सैन्य ठिकाने थे, लेकिन बमबारी के दौरान लवीजान क्षेत्र भी प्रभावित हुआ। IDF ने दावा किया है कि इस हमले में ईरान की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी का मुख्यालय पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।
इजराइली सेना ने हमलों के बाद सार्वजनिक सुरक्षा दिशा-निर्देशों की घोषणा की है। इसके तहत स्कूलों की बंदी, सभाओं पर रोक और अन्य सख्त प्रतिबंध 20 जून रात 8 बजे तक लागू रहेंगे।
खामेनेई ने ट्रंप और इजराइल को दी चेतावनी
इस हमले से कुछ घंटे पहले ही खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ललकारते हुए कहा था कि ईरान कभी सरेंडर नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर अमेरिका इजराइली हमलों में शामिल हुआ, तो ईरान उसे ऐसा नुकसान पहुंचाएगा जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की होगी। वहीं, रॉयटर्स के अनुसार ट्रंप ने कहा, “हमें पता है खामेनेई कहां छिपे हैं।”
साथ ही उन्होंने ईरान को बिना शर्त सरेंडर की चेतावनी दी।