जबलपुरप्यार और रिश्तेमध्य प्रदेश

पत्नी के मायके का दखल कमजोर कर रहा नव दंपतियों के रिश्ते की नींव

परिवार परामर्श केंद्र में 20 मामलों में हुई सुनवाई।

जबलपुर. परिवार परामर्श केंद्र में इन दिनों जो केस पहुंच रहे हैं, उनमें ज्यादातर मामले ऐसे हैं, जिसमें पति आरोप लगाते हैं कि मायके वालों का जरूरत से ज्यादा दखल रहता है। मां और बेटी हमेशा फोन पर बात करती रहती हैं। बेटी अपनी मां के कहने पर चलती है और घर में झगड़ा करती है। शनिवार को परामर्श में ऐसे ही 20 मामलों में सुनवाई हुई। जिसमें 16 मामलों में समझौता हुआ। शेष मामलों में दोनों पक्षों ने रिश्ते के लिए कुछ दिनों का समय मांगा है।

पत्नी को कीपैड फोन देकर पति की दूर हुई गलत फहमी

काउंसलिंग में पहुंचे एक मामले में पति को पत्नी के मोबाइल पर लगे रहने से परेशानी थी। वह दिनभर किसी से बात करने में लगी रहती थी। काउंसलर ने महिला को समझाया कि वह पति की इस परेशानी को दूर करने के लिए कुछ दिनों तक कीपैड वाला फोन चलाए। करीब 1 महीने बाद केस का फालोअप लिया गया। जिसमें पति के मन में पत्नी के खिलाफ गलत फहमी थी वह दूर हो गई।

पत्नी की मां के दखल के कारण दंपत्ति में होता है झगड़ा

काउंसलिंग में पहुंचे एक अन्य मामले में बताया कि पति की शिकायत है कि पत्नी के मायके वाले ज्यादा दखल देते हैं। खासकर पत्नी की मां। इस मामले में पत्नी को समझाया गया कि वह मायके कम बात करें और पति पर ध्यान दे। अगर उसे समस्या ही बतानी है तो पति या ससुराल के किसी बड़े बुजुर्ग को बताए। इसी तरह पति को समझाया गया कि वह महीने में एक बार पत्नी को उसके मायके घुमाने लेकर जाया करें।

परामर्श में सभी तरह के मामलों में सुनवाई हुई। 20 में से 16 मामलों में समझौता हुआ है।
अंशुमन शुक्ला, काउंसलर, परिवार परामर्श केंद्र

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