
दुनिया की जानी-मानी टेक कंपनी मेटा एक बार फिर विवादों में घिर गई है। अमेरिका की Federal Trade Commission (FTC) ने मेटा पर यह गंभीर आरोप लगाया है कि कंपनी ने इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को इसीलिए खरीदा ताकि प्रतिस्पर्धा को खत्म किया जा सके और सोशल मीडिया पर अपना एकाधिकार कायम रखा जा सके।
FTC का मानना है कि मेटा ने इन कंपनियों को इसलिए नहीं खरीदा कि वह तकनीक को बेहतर बनाना चाहती थी, बल्कि उसने ऐसा इसलिए किया ताकि प्रतिस्पर्धा में उतरने से पहले ही उन्हें न्यूट्रलाइज किया जा सके। FTC का तर्क है कि इससे सोशल मीडिया यूजर्स के पास विकल्पों की भारी कमी हो गई है।
बेहतर बनाना था मकसद- जुकरबर्ग
इस केस में अदालत में पेश होकर मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग ने FTC के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को खरीदने का उद्देश्य उन्हें बेहतर और यूजर फ्रेंडली बनाना था, न कि उन्हें खत्म करके मेटा की ताकत बढ़ाना।
जुकरबर्ग ने यह भी कहा कि मेटा का मूल उद्देश्य आज भी लोगों को उनके करीबियों से जोड़ना है। उन्होंने फेसबुक के वर्तमान स्वरूप का जिक्र करते हुए कहा कि अब यह केवल दोस्तों से जुड़ने का माध्यम नहीं, बल्कि लोगों के लिए पसंदीदा कंटेंट देखने का मंच भी बन चुका है।
पुराने ईमेल बने मेटा के लिए परेशानी का सबब
FTC के पास कुछ पुराने ईमेल मौजूद हैं जो मेटा के इरादों पर सवाल उठाते हैं। इनमें से एक 2012 का ईमेल सबसे ज्यादा चर्चा में है, जिसमें जुकरबर्ग ने लिखा था कि इंस्टाग्राम को खरीदने से एक प्रतियोगी न्यूट्रलाइज हो जाएगा। एक अन्य ईमेल में उन्होंने फेसबुक Camera के इंस्टाग्राम से पीछे रहने की चिंता जताई थी। जब जुकरबर्ग से इन ईमेल्स के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्वीकार किया कि ईमेल्स असली हैं, लेकिन उनका प्रस्तुतिकरण संदर्भ से हटाकर किया जा रहा है। उनका दावा है कि ये बातचीत उस दौर की व्यावसायिक रणनीतियों से जुड़ी थी, न कि प्रतिस्पर्धा खत्म करने के किसी षड्यंत्र का हिस्सा।
अगर FTC जीता तो मेटा को बेचनी पड़ेंगी कंपनियां
अगर अदालत FTC के पक्ष में फैसला देती है, तो मेटा को इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को अलग कंपनियों को बेचने का आदेश मिल सकता है। यह मेटा के बिजनेस मॉडल के लिए एक बड़ा झटका होगा। अनुमान के मुताबिक 2025 तक अमेरिका में मेटा की कुल विज्ञापन आय का आधा हिस्सा केवल इंस्टाग्राम से आने वाला है। इस केस की सुनवाई लगभग आठ हफ्ते तक चलेगी और इसमें कई बड़े नामों की गवाही होगी। इनमें मेटा की पूर्व COO शेरिल सैंडबर्ग और इंस्टाग्राम के को-फाउंडर केविन सिस्ट्रॉम भी शामिल हैं।
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