महाकुंभ को सनातन के सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। साधु-संतों के बिना महाकुंभ की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन अब इन्हीं साधु-संतों के वेश में आतंकी महाकुंभ में घुसने की साजिश रच रहे हैं। खालिस्तानी से लेकर आतंकी संगठन तक, सभी महाकुंभ में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं। ये जानकारी इंटेलिजेंस ब्यूरो और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट ने उत्तर प्रदेश के गृह विभाग को एक रिपोर्ट में दी है।
महाकुंभ के दौरान आतंकी हमले की धमकी
बता दें, खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने महाकुंभ के दौरान आतंकी हमले की धमकी दी थी जिसके बाद देश की सुरक्षा एजेंसियों और उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी कमर कस ली है। महाकुंभ के दौरान चालीस करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को कई इनपुट्स मिले है जहां आतंकी प्रयागराज के महाकुंभ को निशाना बना सकते हैं।
पुजारी का भेष लेंगे पुलिसकर्मीं
महाकुंभ मेले में सुरक्षा के लिहाज से पुलिसकर्मियों को साधुओं के वेश में तैनात करने की तैयारी की जा रही है। पुलिसकर्मीं खुफिया तरीके से पूरे मेले के दौरान सीक्रेट मिशन पर रहेंगे। वह कुंभ मेले में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर, अखाड़ा के पंडालों में, संगम तट पर आदि स्थानों पर गुप्त तरीके से साधु के भेष में ऐसे तैनात रहेंगे कि संदिग्ध व्यक्तियों की बातचीत को सुन सके। ऐसा कोई असामाजिक तत्व गलत मंशा से अगर कुंभ में किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की सोच भी रहा हो तो मौका रहते हुए उसे पकड़ा जा सके।
महाकुंभ में पहली बार AI तकनीक का इस्तेमाल
कुंभ मेले के दौरान 2700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे रहेंगे जो कुंभ की पल पल की मूवमेंट को कैप्चर करते रहेंगे। वहीं, कुंभ मेले के लिए खास कंट्रोल रूम बनाया गया है जो AI पर आधारित है । पहली बार महाकुंभ में AI तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा जिसकी मदद से संदिग्ध लोगों की पहचान की जा सकेगी। साधु के भेष में पुलिसकर्मियों का काम इनपुट्स जुटाना होगा। साथ ही आला अधिकारियों तक जानकारी साझा करना होगा जिससे समय रहते संदिग्धों पर शिकंजा कसा जा सकेगा।
One Comment