इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर सहित कई शहरों में टमाटर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। शहर में पिछले कुछ दिनों में टमाटर के दाम में जिस तरह की वृद्धि हुई है, उसने लोगों की जेब पर गंभीर असर डाला है। जहां एक ओर टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं, वहीं दूसरी ओर टमाटर अब सेब को भी चुनौती देने की स्थिति में आ गया है। प्याज और आलू के महंगे होने के बाद अब टमाटर पर भी महंगाई की सुर्खी चढ़ती नजर आ रही है। बाजार में टमाटर के दाम 60 से 100 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं।
टमाटर 20-30 रुपए प्रति किलो होता था
आमतौर पर टमाटर का दाम 20-30 रुपए प्रति किलो होता था, लेकिन अब यह 60 रुपए से लेकर 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुका है। इससे साफ जाहिर होता है कि टमाटर अब सेब के दामों के बराबर हो चुका है। बाजार में जहां सेब की कीमत 100 से 130 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुकी है, वहीं टमाटर की कीमतें अब उसकी बराबरी करने के लिए तैयार हैं। यह हर परिवार के बजट पर भारी पड़ रहा है।
क्यों बढ़ रहे टमार के दाम
इंदौर की चोइथराम मंडी के व्यापारी सलीम चौधरी का कहना है कि मध्य प्रदेश में टमाटर की फसल खराब होने के कारण टमाटर के दामों में तेजी आई है। इस समय इंदौर के चोइथराम मंडी में टमाटर 2,000 से 2,100 रुपए प्रति कैरेट बिक रहा है। जबकि पिछले साल यही दाम 4,000 रुपये प्रति कैरेट था। यह बदलाव इस बात का संकेत है कि टमाटर के उत्पादन में भारी कमी आई है। वर्तमान समय में टमाटर और सेब दोनों के दाम लगभग समान हो गए हैं।
अगर मध्य प्रदेश में टमाटर की फसल अधिक अच्छी नहीं हुई तो, यह 150 रुपये प्रति किलो तक भी बिक सकता है। इस समय, टमाटर मुख्य रूप से नारायण गांव, संगमर और पीपल गांव से मंडी में आ रहे हैं। लेकिन फसल में कोई सुधार नहीं होता है तो इसकी कीमत और बढ़ सकती है।
बाजार में नई फसल आने का इंतजार
वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि टमाटर की कीमतों में गिरावट केवल तभी हो सकती है जब आगामी फसल में सुधार हो और अधिक पैदावार हो। अगर वर्तमान स्थिति को देखें, तो टमाटर के दामों में स्थिरता तब तक नहीं आ सकती, जब तक नई फसल बाजार में नहीं आती।
(इनपुट- सादिक हुसैन अब्बासी)
ये भी पढ़ें- IND vs BAN 1st T20 : ग्वालियर में भारत-बांग्लादेश के बीच पहला टी20 आज, जानें क्या हो सकती है प्लेइंग 11