
इंदौर। शहर के लसूड़िय थाना क्षेत्र में गैंगरेप की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हेमंत चोपड़ा ने प्रॉपर्टी ब्रोकर से 1 करोड़ रुपए ऐंठने के लिए यह पूरी साजिश रची थी। इस मामले में पुलिस पहले ही हेमंत के साथी को गिरफ्तार कर चुकी है। बता दें कि, सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ जिसमें 15 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की घटना कर उसे झाड़ियां में फेंकने की बात सामने आई थी। जिसके बाद पुलिस ने 12 घंटे में जांच कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
क्या है पूरा मामला
डीसीपी अभिषेक आनंद ने बताया कि, सोमवार सुबह आरोपी हेमंत चोपड़ा पिता बाबूलाल चोपड़ा उम्र 45 साल द्वारा 15 वर्षीय नाबालिक किशोरी को मालवी नगर से लाया गया और अपने दोस्तों को सुपुर्द कर दिया। साजिश रचने के लिए दोस्तों ने पीड़िता से संबंध बनाएं, जिसके बाद हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को फोन लगाकर कहा गया की नाबालिक के साथ किसी मुस्लिम युवक ने दुष्कर्म कर उसे झाड़ियां में फेंक दिया है। हेमंत उसे लसूड़िया थाने लेकर गया और हिंदू संगठन के कार्यकर्ता वहां नारेबाजी और प्रदर्शन करने लगे। जिसके बाद हेमंत वहां से फरार हो गया। पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना की रात को ही राहुल और फैजल के घर छापेमार कार्रवाई की और उसे थाने लेकर आए। पीड़िता के सामने जैसे ही उसे पेश किया तो उसने उसे पहचानने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने किशोरी के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली। जिसपर लगातार उसके हेमंत के संपर्क में रहने की बात सामने आई।
पुलिस कॉल डिटेल निकल जाने के बाद सोमवार रात करीब 3:30 बजे मालवीय नगर स्थित हेमंत चोपड़ा के घर पहुंची। जहां आरोपी के परिवार वालों ने पुलिस पर कुत्ते छोड़ दिए। जिसके बाद पुलिस ने 1 घंटे की मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया और विजय नगर थाने लेकर आई। जहां नाबालिग और हेमंत से जब अलग-अलग पूछताछ की तो नाबालिग ने हेमंत चोपड़ा द्वारा रची गई पूरी साजिश के बारे में बताया।
12 घंटे में मास्टरमाइंड का साथी गिरफ्तार
डीसीपी अभिषेक आनंद के अनुसार, सोमवार रात सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ, जिसमें कार में बैठाकर कुछ अज्ञात लोगों द्वारा 15 वर्षीय नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना का मामला सामने आया। पुलिस द्वारा जब पूरे मामले की पड़ताल की गई तो मालवीय नगर का रहने वाला एक आरोपी हेमंत चोपड़ा इस साजिश का मास्टरमाइंड निकाला। उसने एक अन्य साथी को 15 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म की पूरी घटना थाने को बताने को कही। महज 12 घंटे में पुलिस द्वारा हेमंत चोपड़ा के साथी को गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रॉपर्टी ब्रोकर को फंसाने वाले तीन आरोपियों सिद्धार्थ, अरमान और हर्ष को विजय नगर पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
नाबालिग को देता था पैसों का लालच
पुलिस ने जब नाबालिग से बात की तो उसने बताया कि, उसके परिवार पर 11 लाख रुपए का कर्ज था। लॉकडाउन के चलते उसने पढ़ाई छोड़ दी थी। परिवार में एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। हेमंत लगातार उसके संपर्क में था और उसने लालच दी थी कि, सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखवाने पर उसे एक करोड रुपए मिल जाएंगे। इसलिए उसने राहुल, फैसल और जीतू को इस पूरे मामले में फसाने की साजिश रची। तीनों ही प्रॉपर्टी ब्रोकर थे, इसी वजह से पीड़िता ने थाने में उन तीनों के खिलाफ शिकायत लिखवाई थी।
नाबालिग ने बताया कि, हेमंत चोपड़ा उसे कई बार इसी तरह से ब्लैकमेल करने के लिए रुपए का लालच देता था और इस तरह की घटना में पहले भी वह एक व्यक्ति को फंसा चुकी है।
302 से लेकर 13 आपराधिक मामले हैं दर्ज
पुलिस को हेमंत चोपड़ा के खिलाफ शहर में 13 मामले दर्ज होने की सूची भी मिली है। 1999 में खजराना थाना क्षेत्र में धारा 302 और षड्यंत्र की धारा सहित इंदौर के एमआईजी थाना क्षेत्र, विजयनगर थाना क्षेत्र और कनाडा में आरोपी के खिलाफ कई अलग-अलग मामले पंजीबद्ध हैं। आरोपी लगातार पीड़िता का उपयोग कर अलग-अलग व्यक्तियों को फंसाता था। हेमंत चोपड़ा पर हत्या, मारपीट, अवैध हथियार, चोरी, धोखाधड़ी, लूट जैसे कई संगीन मामले भी दर्ज हैं। पुलिस सभी आरोपों के आधार पर आरोपी हेमंत बाबूलाल चोपड़ा उम्र 45 साल निवासी मालवीय नगर पर सख्त कार्रवाई करने की बात कह रही है।
(इनपुट – हेमंत नागले)