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ऑस्ट्रेलिया की चुनौती के बीच ICC खिताब जीतने उतरेगी भारतीय टीम

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला आज से 11 जून तक

लंदन। भारत की कौशल और जज्बे से भरी टीम बुधवार से जब यहां ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में उतरेगी तो उसकी नजरें आईसीसी (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) खिताब के एक दशक के सूखे को खत्म करने पर टिकी होंगी।

डब्ल्यूटीसी के पिछले दो चक्र में भारत सबसे निरंतर प्रदर्शन करने वाली टीम रहा है और पिछले 10 साल में सफेद गेंद के लगभग सभी बड़े टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में जगह बनाने में सफल रहा, लेकिन इसके बावजूद खिताब नहीं जीत पाया। भारत ने पिछला आईसीसी खिताब 2013 में इंग्लैंड में चैंपियन्स ट्रॉफी के रूप में जीता था। इसके बाद भारत को तीन बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा, जबकि टीम चार बार सेमीफाइनल में हारी। टीम 2021 टी20 विश्व कप के शुरुआती दौर से ही बाहर हो गई। मौजूदा चक्र की छह शृंखलाओं में से भारत ने एकमात्र शृंखला दक्षिण अफ्रीका में गंवाई, जिसके बाद विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ दी और रोहित शर्मा को टीम की अगुआई करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

भारतीय टीम स्वेदश में अजेय रही, इंग्लैंड में कड़ी शृंखला ड्रॉ कराई और बांग्लादेश में मुश्किल में घिरने के बावजूद जीत हासिल की। द ओवल में नतीजा कुछ भी हो, लेकिन मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का टीम के प्रति नजरिया नहीं बदलेगा। द्रविड़ ने फाइनल से पहले कहा कि आप इसे दो साल के काम के अंत के रूप में देखते हैं। यह काफी सफलता हासिल करने की प्रक्रिया का अंत है जो आपको यहां लेकर आया। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में शृंखला जीतना, यहां ड्रॉ कराना, पिछले पांच या छह साल में यह टीम जहां भी खेली वहां बेहद प्रतिस्पर्धी होना। मुझे लगता है कि ये चीजें कभी नहीं बदलेंगी, फिर आप आईसीसी खिताब जीतो या नहीं।

भारत ने दो साल पहले साउथम्पटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ परिस्थितियों को नजरअंदाज करते हुए दो स्पिनरों को खिलाया था, लेकिन यह फैसला उलटा पड़ गया था। द ओवल 143 साल के अपने इतिहास में पहली बार जून में टेस्ट मैच की मेजबानी कर रहा है।

भारत रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी को खिलाने को लेकर उत्सुक होगा, लेकिन इंग्लैंड में गर्मियों की शुरुआत है और तरोताजा पिचों पर चौथा तेज गेंदबाज बेहतर विकल्प हो सकता है। विकेटकीपर ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम प्रबंधन को फैसला करना होगा कि उसे इशान किशन के रूप में ‘एक्स फेक्टर’ (मैच का रुख बदलने वाला खिलाड़ी) चाहिए या फिर केएस भरत के रूप में अधिक विश्वसनीय विकेटकीपर। तेज गेंदबाजी विभाग में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज का खेलना तय है, जबकि तीसरे विकल्प के रूप में अनुभवी उमेश यादव और ऑलराउंडर शारदुल ठाकुर चुनौती पेश कर रहे हैं।

दोनों टीमों के संभावित खिलाड़ी

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), रविचंद्रन अश्विन, केएस भरत, शुभमन गिल, रविंद्र जडेजा, विराट कोहली, इशान किशन, चेतेश्वर पुजारा, अक्षर पटेल, अजिंक्य रहाणे, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, जयदेव उनादकट, और उमेश यादव।

रिजर्व : यशस्वी जायसवाल, मुकेश कुमार और सूर्यकुमार यादव।

ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), स्कॉट बोलैंड, एलेक्स कैरी, कैमरन ग्रीन, मार्कस हैरिस, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, जोश इंग्लिस, टॉड मर्फी, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, डेविड वार्नर।

रिजर्व : मिचेल मार्श और मैट रेनशॉ।

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