
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच सोमवार को DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) स्तर की अहम वार्ता हुई। यह बैठक दोपहर 12 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे तक चली। दोनों देशों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में गोलीबारी और सैन्य आक्रामकता पर विराम लगाने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
सीमा पर गोलीबारी पर पूर्ण विराम पर बनी सहमति
बैठक के दौरान यह स्पष्ट सहमति बनी कि भविष्य में कोई भी पक्ष एक-दूसरे पर गोलीबारी या किसी प्रकार की आक्रामक और शत्रुतापूर्ण कार्रवाई की शुरुआत नहीं करेगा। वार्ता का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और दोनों देशों के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
सीमाओं से सेना घटाने पर विचार
दोनों पक्षों ने इस बात पर भी चर्चा की कि सीमाओं और चौकियों से सेना की संख्या में कैसे कमी की जाए। इसके लिए तात्कालिक उपायों पर विचार करने पर सहमति बनी, जिससे तनाव कम हो और युद्ध जैसी स्थिति से बचा जा सके।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई
भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जो कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया गया एक सुनियोजित सैन्य अभियान था। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में कुल 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया।
40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए
सोमवार को आयोजित रक्षा प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि इस ऑपरेशन में 40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं और भारत ने अपना लक्ष्य पूरी तरह से हासिल कर लिया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं और सभी सैन्य अड्डे सक्रिय स्थिति में हैं।
हॉटलाइन मैसेज के जरिए पाक को चेतावनी
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि रविवार को भारत ने पाकिस्तानी सेना को हॉटलाइन के माध्यम से संदेश भेजा, जिसमें सैन्य सहमति के उल्लंघन पर आपत्ति जताई गई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ऐसी किसी भी सहमति का उल्लंघन होता है, तो भारत कड़ी कार्रवाई करेगा।
प्रेस वार्ता में उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने अब तक अत्यधिक संयम बरता है, और हमारी कार्रवाई केंद्रित, मापी हुई और गैर-उग्र रही है। लेकिन देश की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।