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शाहरुख खान का 56वां बर्थडे आज: टीवी से सफर शुरू कर बने बॉलीवुड के ‘बादशाह’, फिल्म ‘दिल आशना है’ से हुई थी बॉलीवुड में एंट्री

मुंबई। बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान आज अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं। शाहरुख खान का बॉलीवुड से कोई नाता नहीं था और यहां पहुंचकर उन्होंने अपने बलबूते जगह बनाई। शाहरुख ने सालों के संघर्ष के बाद अपने बेहतरीन अभिनय के हुनर से इंडस्ट्री में बादशाह की उपाधि हासिल की है। आज वह हर दिल पर राज करते हैं। उनकी हर छोटी बड़ी बात सुर्खियों में रहती है। यहां तक कि बॉलीवुड में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एक्टर्स की लिस्ट में शाहरुख का नाम टॉप पर आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शाहरुख को स्टार बनाने में सबसे बड़ा कारण उनकी नाक थी।

स्कूल के दिनों में किंग खान

स्पोर्ट्स में बनाना चाहते थे करियर

56 वर्षीय शाहरुख का जन्म 2 नवंबर 1965 को दिल्ली में हुआ था। अपनी जिंदगी के शुरुआती पांच साल वह मैंगलोर में रहे जहां उनके नाना रहते थे। शाहरुख को स्कूल के दिनों से ही खेलों में काफी रुचि थी और वह हॉकी और फुटबॉल खेला करते थे। उन दिनों वह स्पोर्ट्स में ही करियर बनाने के बारे में सोचा करते थे हालांकि कंधे में चोट की वजह से वह खेलों से दूर हो गए।

किराए के घर में रहते थे किंग खान

शाहरुख खान का परिवार पेशावर से ताल्लुक रखता है, हालांकि विभाजन के बाद उनके पिता दिल्ली आकर बस गए थे। शाहरुख के पिता एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जो बाद में दिल्ली में एक रेस्टोरेंट चलाया करते थे। घर की आर्थिक हालत ठीक न होने की वजह से शाहरुख का परिवार दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक किराए के घर में रहा करता था।

पढ़ाई बीच में छोड़ पहुंचे मुंबई

शाहरुख ने दिल्ली के हंसराज कॉलेज में एडमिशन लिया और इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री ली। इसी दौरान वह दिल्ली में थियेटर ग्रुप से जुड़ गए और स्टेज प्ले करने लगे। मास्टर्स की पढ़ाई के लिए एक्टर ने जामिया मिलिया इस्लामिया में मास कम्युनिकेशन में एडमिशन लिया लेकिन एक्टिंग में करियर बनाने के लिए उन्होंने बीच में ही कॉलेज छोड़कर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा जॉइन कर लिया।

शाहरुख खान माता-पिता के साथ

फिल्में नहीं देख पाए पैरेंट्स

1981 में शाहरुख खान के पिता का कैंसर से निधन हो गया। उसके 10 साल बाद उनकी मां गुजर गईं। शाहरुख को आज भी इस बात का दुख है कि उनके माता-पिता उनकी फिल्में नहीं देख पाए। पैरेंट्स के निधन के बाद उनकी बड़ी बहन शहनाज लालारुख डिप्रेशन का शिकार हो गईं। तब से शाहरुख ही अपनी बहन की देखभाल कर रहे हैं। उनकी बहन उनके साथ ही रहती हैं।

टीवी शो से हुई शुरूआत

शाहरुख को सबसे पहले टीवी शो दरिया में कास्ट किया गया था, लेकिन टेलीकास्ट में हुई देरी के बीच 1989 में उनका शो फौजी रिलीज हो गया था। इसमें वह आर्मी के जवान बने थे। फौजी के बाद शाहरुख को सर्कस, वागले की दुनिया, इडियट और उम्मीद जैसे शोज में एक्टिंग करने का मौका मिला। शाहरुख के हुनर को देखते हुए लोग उनकी तुलना दिलीप कुमार से करने लगे थे।

फिल्म ‘दिल आशना है’ से हुई बॉलीवुड में एंट्री

जब शाहरुख खान टीवी के मशहूर शोज में काम कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाने की सोची। मां के निधन के बाद वह दिल्ली से मुंबई शिफ्ट हो गए। जिसके बाद साल 1991 में हेमा मालिनी की फिल्म ‘दिल आशना है’ से शाहरुख को बॉलीवुड में काम करने का मौका मिला हालांकि इस फिल्म में वह सपोर्टिंग एक्टर के तौर पर नजर आए थे।

नाक की वजह से मिली फिल्म

हेमा मालिनी ने शाहरुख को बताया था कि उन्हें ये फिल्म उनकी एक्टिंग से ज्यादा नाक की वजह से मिली है। हेमा मालिनी ने उनसे कहा था कि ‘तुम्हारी नाक सबसे बहुत अलग है और इस नाक की वजह से तुम्हें यह मौका मिला है।’

डेब्यू फिल्म

1992 में शाहरुख खान ने ‘दीवाना’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। फिल्म में उनके साथ ऋषि कपूर और दिव्या भारती थीं। शाहरुख सेकेंड लीड में थे। इसके बाद उनकी ‘चमत्कार’, ‘दिल आशना है’, ‘राजू बन गया जेंटलमैन’ जैसी फिल्में रिलीज हुईं। 1993 में शाहरुख खान की दो बड़ी हिट फिल्में ‘बाजीगर’ और ‘डर’ आई। दोनों ही फिल्मों में वह निगेटिव किरदार में थे इसके बावजूद वह अपने अभिनय से छा गए। इसके बाद शाहरुख ने कई हिट फिल्में दी।

SRK-25 इयर्स ऑफ लाइफ

शाहरुख के बॉलीवुड में 25 साल होने पर ऊपर लिखी किताब ‘SRK-25 इयर्स ऑफ लाइफ’ को लॉन्च किया गया था। इस बुक में शाहरुख से जुड़ी वह हर छोटी बड़ी बात का जिक्र है। इसी किताब में शाहरुख ने अपनी नाक से जुड़े किस्से को पहली बार लोगों को बताया था।

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