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Haryana CM Nayab Singh Saini Oath : दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने नायब सैनी, 13 मंत्रियों ने ली शपथ, मोदी-शाह-नड्‌डा रहे मौजूद

पंचकूला। हरियाणा में सिंह सैनी ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे राज्य के 19वें मुख्यमंत्री बने, हालांकि सीएम की कुर्सी तक पहुंचने वाले वे 11वें नेता हैं। पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी शामिल हुए। इनके अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह के साथ 18 राज्यों के CM व डिप्टी CM भी पहुंचे।

13 मंत्रियों ने ली शपथ

CM सैनी के साथ 13 मंत्रियों ने शपथ ली। नायब सिंह सैनी कैबिनेट को जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के आधार पर संतुलित किया गया है। कैबिनेट में सबसे ज्यादा 5 चेहरे ओबीसी वर्ग से हैं। जाट, ब्राह्मण और SC वर्ग से 2-2 मंत्री बनाए गए हैं। इसके अलावा पंजाबी, राजपूत और वैश्य बिरादरी से एक-एक मंत्री बनाया गया है।

  • पंजाबी: अनिल विज
  • दलित: कृष्ण लाल पंवार, कृष्ण कुमार बेदी
  • ब्राह्मण: अरविंद शर्मा, गौरव गौतम
  • जाट: श्रुति चौधरी, महिपाल ढांडा
  • ओबीसी: राव नरबीर सिंह, आरती राव, रणबीर सिंह गंगवा, राजेश नागर गुरजकर
  • बनिया: विपुल गोयल
  • राजपूत: श्याम सिंह राणा

16 अक्टूबर BJP विधायक दल के नेता चुने गए

नायब सिंह सैनी (54) ने बुधवार (16 अक्टूबर) को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की। पंचकूला में 16 अक्टूबर को पार्टी कार्यालय में आयोजित एक बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया।इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी ऑब्जर्वर के तौर पर मौजूद रहे।  जिसके बाद सैनी ने अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया।

 

भाजपा ने 48 सीटों पर किया कब्जा

हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को चुनाव हुए थे। जिसमें भाजपा ने 48 सीट जीतकर अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि हासिल की। भाजपा को मिली सीटों की संख्या कांग्रेस की संख्या से 11 अधिक है। वहीं जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसी पार्टियों का सूपड़ा साफ हो गया और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को सिर्फ दो सीट ही मिल पाईं। आप ने हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा था।

सैनी का “नायब” से “सदर” बनने का सफर

नायब सिंह सैनी 25 जनवरी 1970 को अंबाला के गांव मिर्जापुर माजरा में जन्मे थे। उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बीआर अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन और मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से LLB की डिग्री ली। इसके बाद राजनीति में उतरे। सैनी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े। नायब सिंह को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का करीबी माना जाता है और सरकार में सीएम बनने से पहले उनका रूतबा नायब (डिप्टी) सीएम जैसा था। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर बीजेपी के साथ 1996 से बतौर युवा कार्यकर्ता के तौर पर शुरू किया। 2002 में वे युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी (BJP) अंबाला से जिला महामंत्री बने। 2005 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष का पद भी संभाला। 2009 में उन्हें बीजेपी के किसान मोर्चा में प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी मिली। 2012 में वह जिलाध्यक्ष बने और 2014 में नायब नारायण गढ़ विधानसभा से विधायक बने। 2016 में वे हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री रहे।

मंत्री और सांसद भी रहे

2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से उतारा। नायब सैनी यहां से जीतकर पहली बार सांसद बने। पार्टी ने जाट समुदाय से आने वाले ओमप्रकाश धनखड़ को हटाकर 27 अक्टूबर 2023 को नायब सैनी को हरियाणा BJP का अध्यक्ष बनाया था। और प्रदेश अध्यक्ष बनने के पांच महीने बाद उन्होंने सीधे सीएम पद की शपथ ले ली। अपने 28 साल के राजनीतिक करियर में नायब अब एक ऐसी मिसाल बन गए हैं जिसने सिय़ासी सफलता के नए प्रतिमान गढ़े हैं। वे अब बीजेपी के उन मुख्यमंत्रियों की जमात का हिस्सा बन गए हैं जो पार्टी द्वारा कई गुना ज्यादा अनुभवी नेताओं को दरकिनार करने के बाद अपने सूबे के सदर बने हैं।

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