
Hariyali Teej 2025। हरियाली तीज हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस बार यह पर्व 28 जुलाई 2025, सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाओं द्वारा माता पार्वती और भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है।
बन रहे हैं शुभ योग
इस बार हरियाली तीज पर दो विशेष शुभ योग बन रहे हैं –
- रवि योग : 27 जुलाई को शाम 4:23 बजे से 28 जुलाई को सुबह 5:49 बजे तक
- वरीयान योग : 28 जुलाई को सुबह 3:13 बजे तक
इन योगों में व्रत, पूजन और दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है।
जानें शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त – 04:17 एएम से 04:58 एएम तक
प्रातः सन्ध्या – 04:37 एएम से 05:40 एएम तक
अभिजित मुहूर्त – 12:00 पीएम से 12:55 पीएम तक
विजय मुहूर्त – 02:43 पीएम से 03:38 पीएम तक
गोधूलि मुहूर्त – 07:15 पीएम से 07:36 पीएम तक
सायाह्न सन्ध्या – 07:15 पीएम से 08:18 पीएम तक
अमृत काल – 01:56 पीएम से 03:34 पीएम तक
निशिता मुहूर्त – 12:07 एएम, 28 जुलाई से 12:49 एएम, 28 जुलाई तक
रवि योग – 04:23 पीएम से 05:40 एएम, 28 जुलाई तक
हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज नवविवाहित और विवाहित महिलाओं के लिए बेहद खास पर्व है। इस दिन महिलाएं सौभाग्य, प्रेम और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना के लिए व्रत रखती हैं। माता पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन की स्मृति में यह व्रत किया जाता है। नवविवाहिताएं इस व्रत को विशेष रूप से मायके में रखती हैं। झूले झूलना, लोकगीत गाना, मेंहदी लगाना, साज-श्रृंगार करना और पकवान बनाना इस दिन की परंपरा है।
हरियाली तीज की पूजा विधि
- घर की साफ-सफाई कर तोरण और बंदनवार से सजाएं।
- एक चौकी पर गंगाजल मिली मिट्टी से भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और पार्वती जी की सखियों की मूर्ति बनाएं।
- मूर्तियों का षोडशोपचार विधि से पूजन करें – चंदन, फूल, अक्षत, दीपक, धूप, नैवेद्य आदि अर्पित करें।
- महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और रात्रि में जागरण व कीर्तन करती हैं।
- पूजा के बाद कथा सुनें और सुहाग सामग्री का दान करें।