
कोरापुट (ओडिशा)। ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के सीमा क्षेत्र में माओवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान को बड़ी सफलता मिली है। कोरापुट जिला पुलिस और डिस्ट्रिक्ट वालंटियर फोर्स (डीवीएफ) की संयुक्त एंटी-नक्सल ऑपरेशन में वांछित माओवादी नेता कुंजम हिडमा उर्फ मोहन को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई माओवादियों के नेटवर्क के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है।
छत्तीसगढ़ और ओडिशा पुलिस को थी तलाश
कोरापुट एसपी रोहित वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कुंजम हिडमा छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के उसुरु थाना अंतर्गत जनगुड़ा गांव का निवासी है। वह लंबे समय से माओवादी गतिविधियों में सक्रिय था। उस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 5 लाख रुपए और ओडिशा सरकार ने 3 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। इस तरह वह कुल 8 लाख रुपए का इनामी नक्सली था।
भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद
गिरफ्तारी के दौरान सुरक्षाबलों को बड़ी मात्रा में माओवादी सामग्री और हथियार भी हाथ लगे। जब्त सामान में एक AK-47 राइफल, 35 जिंदा कारतूस, 117 डेटोनेटर (इलेक्ट्रिक व नॉन-इलेक्ट्रिक), बारूद, वायरलेस रेडियो, चाकू, माओवादी प्रचार साहित्य शामिल हैं। ये बरामदगी इस बात का संकेत है कि कुंजम हिडमा न केवल सक्रिय फील्ड कमांडर था, बल्कि किसी बड़ी साजिश की तैयारी में भी हो सकता था।
हाल ही में हुआ था महासचिव का खात्मा
यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है जब कुछ ही दिन पहले, 21 मई 2025 को, छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए एक बड़े एनकाउंटर में भाकपा (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराज को मार गिराया गया था। बसवराज पर 10 करोड़ रुपए का इनाम घोषित था।
माडवी हिडमा समेत कई खूंखार नक्सली अब भी फरार
हालांकि, माओवादी नेटवर्क पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। माडवी हिडमा, जो कि माओवादियों का एक प्रमुख कमांडर है, अब भी फरार है। उस पर 45 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपए तक का इनाम घोषित है। इसके अलावा झारखंड में असीम मंडल, पतिराम मांझी और मिसिर बेसरा जैसे नक्सलियों पर भी 1-1 करोड़ रुपए का इनाम है। वहीं महिला माओवादी कमांडर सुजाता और अन्य पर 2 से 25 लाख रुपए तक के इनाम हैं।
तीन राज्यों में माओवादी नेटवर्क के लिए झटका
कोरापुट में हुई यह कार्रवाई माओवादी संगठनों के तीन राज्यों में फैले नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां लगातार इन इलाकों में सर्च ऑपरेशन और खुफिया निगरानी तेज कर रही हैं।