
भोपाल/गुना। मध्य प्रदेश के गुना जिले में हनुमान जयंती के दिन हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद अब प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। गुना के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा को हटा दिया गया है। उन्हें भोपाल पुलिस मुख्यालय (PHQ) में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर अटैच किया गया है। वहीं, 2017 बैच के आईपीएस अधिकारी अंकित सोनी को गुना का नया एसपी बनाया गया है। इसका आदेश शनिवार (19 अप्रैल) देर रात जारी किया गया।
हनुमान जयंती पर जुलूस के दौरान भड़का था विवाद
12 अप्रैल को गुना जिले के कर्नलगंज इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर एक जुलूस निकाला जा रहा था। यह जुलूस शाह के कोल्हू पुरा से होते हुए रपटा और हाट रोड की तरफ जा रहा था। जब यह जुलूस कर्नलगंज स्थित मस्जिद के पास पहुंचा, तो डीजे बजाने और नारेबाजी को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। देखते ही देखते हालात बिगड़ गए और दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया।
भगदड़ और तनाव के बाद जाम की स्थिति
पथराव के बाद मौके पर भगदड़ मच गई। स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और भीड़ को हटाया गया। जुलूस में शामिल लोगों ने बाद में हनुमान चौराहे पर पहुंचकर चक्काजाम किया और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। इस दौरान बीजेपी पार्षद गब्बर कुशवाह के 11 साल के बेटे सहित कई लोग घायल हो गए थे।
एसपी का बयान बना विवाद का कारण
घटना के बाद एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने कहा था कि, जुलूस की कोई अनुमति नहीं ली गई थी और यह जबरन निकाला जा रहा था। उन्होंने यह भी दावा किया था कि, सीसीटीवी फुटेज में उन्हें किसी प्रकार की पत्थरबाजी नहीं दिखाई दी। उनके इस बयान से हिंदूवादी संगठन नाराज हो गए थे और विरोध जताना शुरू कर दिया था।
हिंदू संगठनों ने किया था विरोध प्रदर्शन
घटना के दो दिन बाद हिंदू संगठनों ने सिटी कोतवाली का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इसी बीच कोतवाली थाने में बीजेपी पार्षद ओमप्रकाश कुशवाह और अन्य कार्यकर्ताओं पर भी एक एएसआई की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी, जिससे नाराजगी और बढ़ गई।
नए एसपी बने अंकित सोनी
इस पूरे मामले के बाद देर रात गृह विभाग ने आदेश जारी कर गुना एसपी संजीव कुमार सिन्हा को हटाने का फैसला लिया। उनकी जगह अब अंकित सोनी को जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अंकित सोनी 2017 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और अब तक इंदौर में नगरीय पुलिस उपायुक्त (आसूचना एवं सुरक्षा) के रूप में कार्यरत थे।