
भोपाल। प्रदेशभर से बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक मंगलवार को राजधानी के आंबेडकर पार्क में एकत्र हुए और पात्रता परीक्षा के जरिए नियमितीकरण, नए सिरे से अनुबंध के आधार पर नियुक्ति समेत अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर सीएम हाउस का घेराव करने निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया, जिसके बाद जबरदस्त हंगामा हुआ। पुलिस और प्रदर्शनकारी शिक्षकों के बीच झूमाझटकी भी हुई। वहीं पुलिस ने लाठियों-डंडों से पीछे की ओर धकेला। इससे कई शिक्षक गिरकर घायल हो गए।
तिरंगा यात्रा निकालकर सीएम हाउस घेरने का ऐलान
दरअसल, अतिथि शिक्षक महासंघ, मध्यप्रदेश के बैनर तले प्रदेशभर से शिक्षक अंबेडकर मैदान में जुटे। वे नियमितिकरण समेत 5 मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि डिपार्टमेंटल एग्जाम कराकर उन्हें गुरुजियों की तरह नियमित किया जाए। बतौर अतिथि शिक्षक परीक्षा के स्कोरकार्ड में प्रत्येक सत्र के लिए अधिकतम 10 अंक की पात्रता दी जाए। उन्होंने तिरंगा यात्रा निकालकर सीएम हाउस घेरने का ऐलान किया है।
प्रदर्शनकारियों को लाठियों से पीछे धकेला
प्रदर्शनकारी आंबेडकर पार्क से तिरंगा यात्रा निकालते हुए सीएम हाउस पहुंचकर घेराव करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों से पुलिस की झड़प भी हुई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठियों से उन्हें पीछे धकेला। इससे कुछ प्रदर्शनकारी अतिथि शिक्षक गिरकर घायल हो गए।
अब तक पूरा नहीं किया पूर्व सीएम का वादा
अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के प्रांताध्यक्ष सुनील सिंह परिहार का कहना है कि 02 सितंबर सितंबर 2023 को आयोजित अतिथि शिक्षक पंचायत में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों के हित में कई घोषणाएं की थीं, जो अब तक पूरी नहीं हुईं। इससे प्रदेशभर के हजारों अतिथि शिक्षक नाराज और अपने भविष्य को लेकर सशंकित हैं।

ये हैं मांगें
- गुरुजियों की भांति अलग से विभागीय पात्रता परीक्षा लेकर भविष्य सुरक्षित करें।
- अतिथि शिक्षक भर्ती मे वार्षिक अनुबंध सत्र 2024-25 से लागू करें।
- अनुभव के आधार पर नीति बनाकर अतिथि शिक्षको को 12 माह का सेवाकाल एवं पद स्थायित्व कर भविष्य सुरक्षित किया जाए।
- अतिथि शिक्षक स्कोरकार्ड में प्रत्येक सत्र अनुभव के 10 अंक अधिकतम 100 अंक सभी वर्गों (SSS -1, SSS-2, SSS 3) मे एकसमान अंक दर्ज किए जाएं।
- 30% से कम परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों से अतिथि शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इन्हें एक और अवसर दिया जाना चाहिए।