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गूगल ने हैदराबाद में लॉन्च किया एशिया-पैसिफिक का पहला सेफ्टी इंजीनियरिंग सेंटर, AI डेवलपमेंट की दिशा में बड़ा कदम

हैदराबाद। डिजिटल सुरक्षा तकनीक के क्षेत्र में दिग्गज टेक कंपनी Google ने बुधवार को हैदराबाद में Google Safety Engineering Center (GSEC) India का उद्घाटन किया। यह केंद्र एशिया-पैसिफिक क्षेत्र का पहला और वैश्विक स्तर पर चौथा ऐसा हब है। इसका उद्देश्य भारत और इस क्षेत्र के डिजिटल यूजर्स की सुरक्षा को मजबूत बनाना है।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और राज्य के आईटी मंत्री डी श्रीधर बाबू ने संयुक्त रूप से इस केंद्र का उद्घाटन किया। इस मौके पर गूगल के वरिष्ठ अधिकारी और डिजिटल सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञ भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने उद्घाटन अवसर पर कहा, “यह केंद्र न केवल तेलंगाना बल्कि पूरे भारत के तकनीकी भविष्य को नई ऊंचाई देगा। यह पहल राज्य को ग्लोबल टेक्नोलॉजी मैप पर और मजबूती से स्थापित करेगी।”

भारत की डिजिटल सुरक्षा को मिलेगा नया बल

Google ने इस पहल को भारत के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित और समावेशी बनाने की दिशा में एक रणनीतिक प्रतिबद्धता बताया है। GSEC India भारत में एक ऑपरेशन सेंटर के रूप में काम करेगा, जहां कंपनी के वैश्विक डिजिटल सुरक्षा प्रयासों को स्थानीय समाधान के रूप में ढाला जाएगा। इस सेंटर का मकसद न केवल भारत के करोड़ों यूजर्स को ऑनलाइन सुरक्षित रखना है, बल्कि सरकारों और व्यवसायों को साइबर खतरों से निपटने के लिए सक्षम बनाना भी है।

तीन प्रमुख क्षेत्रों पर होगा फोकस

GSEC India की गतिविधियां तीन प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित होंगी। पहला, ऑनलाइन धोखाधड़ी से यूजर्स की सुरक्षा। इसके तहत, Google ऐसे एडवांस टूल्स और अल्गोरिद्म विकसित करेगा जो स्कैम, फिशिंग और ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटनाओं को पहचानकर उन्हें रियल-टाइम में अलर्ट कर सकें।

दूसरा, सरकार और कंपनियों के लिए साइबर सुरक्षा समाधान। इसके तहत, केंद्र नीति निर्धारकों और व्यवसायों के लिए सुरक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रतिक्रिया प्रणाली तैयार करने में मदद करेगा।

तीसरा, जिम्मेदार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का विकास। इसके तहत, GSEC इंडिया में AI टेक्नोलॉजी के विकास में नैतिक मानकों और ट्रांसपेरेंसी को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि इसका दुरुपयोग रोका जा सके।

कटिंग एज तकनीक का उपयोग

इस केंद्र में cutting-edge तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। जिसमें Gemini Nano, Android डिवाइसों पर रियल-टाइम स्कैम अलर्ट भेजने और Google Play Protect को सशक्त बनाने में मदद करेगा। वहीं SynthID, टेक्नोलॉजी AI-जनित नकली कंटेंट की पहचान और रोकथाम में उपयोग की जाएगी, जो फेक न्यूज और गलत सूचना के प्रसार को रोकने में सहायक होगी।

Google के अनुसार, इन तकनीकों के माध्यम से Gmail, Search, Google Pay जैसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म को और अधिक सुरक्षित बनाया जाएगा।

हैदराबाद स्थित यह नया केंद्र एशिया-पैसिफिक में सुरक्षा इनोवेशन का हब बनने की दिशा में काम करेगा। यहां डिजिटल सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञ, इंजीनियर और रिसर्चर मिलकर नवाचार, प्रशिक्षण और नीति निर्माण पर कार्य करेंगे।

 

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