जबलपुरमध्य प्रदेश

किसानों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी, फर्जी कम्पनी बनाई थी आरोपियों ने

जबलपुर। डीलरशिप के नाम पर तीन लोगों ने लाखों रुपए की धोखाधडी किसानों के साथ की है। आरोपियों ने नेशनल एग्री बिजनेश नाम की एक कंपनी बनाई है जिसका आफिस श्रीराम परिसर कटंगी रोड सोना मैरिज गार्डन के पास है। इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक तुषार कांत विद्यार्थी ने शुक्रवार को एक पत्रकारवार्ता आयोजित की, जिसमें उन्होंने बतया कि आरोपियों के पास 25 लाख 70 हजार रुपये, 5 मोबईल एवं कार बरामद की गई है।

इस तरह से करते है धोखाधड़ी

थाना माढोताल के अंतर्गत विवेक पुरी पिता उम्र लगभग 28 वर्ष निवासी ग्राम सोनतलाई थाना ने बताया कि रत्नेश सिंह के साथ काम करने वाला शिवांश पाण्डेय उसके घर व पेट्रोल पम्प में तीन चार माह से आ रहा था। इसी बीच शिवांश पाण्डेय ने एक दिन बोला मेरी कंपनी नेशनल एग्री बिजनेश की जिला की डीलरशिप ले लो।

सिक्योरटी जमा करने के नाम पर लिये रुपए

रत्नेश सिंह ने पीड़ित से बोला कि यह काम करने के लिए सिक्योरटी के बतौर 5 लाख रुपये डिपोजिट करना होगा एवं हम 13 लाख 50 हजार रुपये का माल भेजेंगे जो आप अपने 5 लाख रुपये दो महिने में वापस ले लेना।

शहर के कई स्थानों में ब्रांच थी

माढ़ोताल थाना प्रभारी रीना पांडे शर्मा ने बताया कि नेशनल एग्री बिजनेश की ब्रांच शहपुरा, पाटन, धूमा जिला सिवनी में भी शाखा खोलकर इस प्रकार का कार्य किया जा रहा है । उक्त शाखाओं का संचालन अलग-अलग व्यक्तियों के द्वारा अपने असली नाम बदलकर फर्जी नाम से किया जा रहा है मौके पर मिले आधारकार्ड भी फर्जी पाए गए है ।

इन लोगों से भी ली रकम

बताया गया है विवेकपुरी गोस्वामी ने 10 लाख रुपए, आनंद पटेल निवासी पनागर ने 04 लाख रुपए, अतुल दुबे निवासी सुहागी अधारताल ने 05 लाख रुपए, सतीश यादव निवासी धूमा जिला सिवनी ने डेढ़ लाख रुपए, रोहित शर्मा निवासी उड़ना से 05 लाख रुपए, आनंद सिंह ने 01 लाख रुपए, मनमोहन दुबे निवासी शहपुरा ने डेढ़ लाख रुपए, विजयलक्ष्मी ज्योत्सना से डेढ़ लाख रुपए, विजय साहू निवासी मंझौली से डेढ़ लाख रुपए, रुद्री मिश्रा निवासी धूमा जिला सिवनी से 16 लाख रुपए, अजय मिश्रा निवासी धनौरा जिला सिवनी से 09 लाख रुपये की राशि आरोपीयो के द्वारा संचालित की जा रही नेशनल एग्री बिजनस में कराई गई थी।

इस तरह से हुई गिरफ्तारी

पुलिस जब शहर के आफिस में ताला मिला तो उन्होंने कर्मचारियों के मोबाइल लोकेशन से देखा कि वे मैहर, सतना में है। जिन्हें तत्काल घेराबंदी करके आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपी एक कार से भाग रहें थे। पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ कि तो पता चला कि रत्नेश सिंह जिसका असली नाम सूरज तिवारी है को अभिरक्षा मे लेते हुये जबलपुर थाना माढ़ोताल लाया गया तथा आरोपी से मामले से संबंधित पूछताछ की जा रही है। मामले में अन्य निवेशक व आरोपी की जानकारी प्राप्त हो सकती है ।

इनकी थी उल्लेखनीय भूमिका

इस प्रकरण में उपनिरी नीलेश पोर्ते, उपनिरी शिवगोपाल गुप्ता, आरक्षक शशिप्रकाश, दिनेश दुबे, संदीप सिंह, सायबर सैल के प्रआर अमित पटेल, आरक्षक भगवान पटेल थाना प्रभारी सिविल लाईन जिला रीवा निरीक्षक हितेन्द्र नाथ शर्मा व आरक्षक एस.के.मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही ।

संबंधित खबरें...

Back to top button