
लोकसभा में हंगामे करने को लेकर कांग्रेस के सांसदों पर बड़ा एक्शन लिया गया है। चार कांग्रेस सांसदों को पूरे मानसून सत्र के लिए सदन की कार्यवाही से सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि ये लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सदन में पोस्टर लहरा रहे थे। जिसके चलते लोकसभा स्पीकर ने कांग्रेस सांसदों पर यह कार्यवाही की है। इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही 26 जुलाई को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
इन 4 सांसदों पर हुआ एक्शन
हंगामे के दौरान चेयर पर सभापति का जिम्मा राजेंद्र अग्रवाल संभाल रहे थे और उन्होंने कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर, टीएन प्रतापन, जोतिमणि और राम्या हरिदास को संसद के मानसून सत्र के बाकी दिनों के सस्पेंड करने का ऐलान किया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रस्ताव रखा कि इन चार सदस्यों के सदन की गरिमा के उलट बर्ताव को देखते हुए इन्हें चालू सत्र के बाकी दिनों के लिए कार्यवाही से निलंबित किया जाए।
महंगाई के मुद्दे पर किया प्रदर्शन
इससे पहले महंगाई, रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के मुद्दों पर केंद्र से चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने सोमवार को सदन में नारेबाजी की और तख्तियां दिखाईं। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें फटकार लगाई और सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए कहा। ओम बिरला ने कहा कि ये लोकतंत्र का मंदिर है, सदन की गरिमा बनाए रखना सदस्यों की जिम्मेदारी है। सरकार चर्चा करने के लिए तैयार है।

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लोकसभा अध्यक्ष हुए सख्त
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि अगर आप चर्चा करना चाहते हैं तो मैं इसके लिए तैयार हूं, लेकिन अगर सदन में केवल तख्तियां दिखाना चाहते हैं तो दोपहर 3 बजे के बाद सदन के बाहर ऐसा कर सकते हैं। देश की जनता चाहती है कि सदन चले। लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें चेतावनी दी कि सदन में तख्तियां लाने वाले किसी भी सांसद को कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सांसद के निलंबन पर कांग्रेस ने क्या कहा ?
कांग्रेस पार्टी ने सांसदों को निलंबित करने के मामले पर कहा कि सरकार उनके सांसदों को निलंबित करके विपक्ष को डराने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने कहा कि वे उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे थे, जो लोगों के लिए मायने रखते हैं।