
देश के बैंकिंग सेक्टर में एक और बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सुभोध कुमार गोयल को ईडी ने 16 मई को दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया। गोयल की गिरफ्तारी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत हुई है। यह कार्रवाई कंकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड (CSPL) से जुड़े 6210.72 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले की जांच के तहत की गई है।
सीबीआई की FIR के आधार पर ईडी की कार्रवाई
इस घोटाले की शुरुआत सीबीआई द्वारा दर्ज की गई FIR से हुई थी, जिसमें CSPL और अन्य कंपनियों पर बैंकों से मिली भारी-भरकम रकम के दुरुपयोग और गबन का आरोप था। जांच में पाया गया कि इस धोखाधड़ी में यूको बैंक सहित कई बैंकों को बड़ा नुकसान हुआ।
गोयल पर मिलीभगत का आरोप
ईडी की जांच में यह सामने आया है कि सुभोध कुमार गोयल के कार्यकाल में यूको बैंक द्वारा कंकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड (CSPL) को भारी क्रेडिट सुविधाएं दी गईं। इन सुविधाओं को बाद में जानबूझकर गलत तरीके से डायवर्ट और गबन कर लिया गया। इसके बदले गोयल को नकद राशि, महंगी प्रॉपर्टीज, लग्जरी आइटम्स और होटल बुकिंग्स जैसी अवैध सुविधाएं दी गईं। ये सभी सुविधाएं शेल कंपनियों, फर्जी नामों और परिजनों के माध्यम से ली गईं ताकि असली पहचान छुपाई जा सके।
22 अप्रैल को छापेमारी में मिले अहम सबूत
ईडी ने 22 अप्रैल को सुभोध कुमार गोयल और उनसे जुड़े व्यक्तियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में अवैध लेन-देन से जुड़े दस्तावेज़, संपत्ति के कागजात और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए। इन सबूतों के आधार पर गोयल की गिरफ्तारी को मजबूती मिली।
कोलकाता कोर्ट ने 21 मई तक ईडी की कस्टडी में भेजा
17 मई को गोयल को कोलकाता स्थित PMLA विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 21 मई तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया है। उनसे पूछताछ के दौरान ईडी को घोटाले में शामिल अन्य लोगों के नामों के खुलासे की उम्मीद है।
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