
गर्मियों में ज्यादा प्यास लगना आम बात है, लेकिन अगर हर थोड़ी देर में गला सूख जाए या पानी पीने के बाद भी प्यास न बुझे, तो इसे नजरअंदाज करना सही नहीं है। यह कुछ गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है।
- डायबिटीज – शुगर लेवल बढ़ने पर लगती है ज़्यादा प्यास
अगर शरीर में ब्लड शुगर लेवल हाई होता है, तो किडनी इसे फिल्टर करने के लिए बार-बार पेशाब बनाती है। इससे शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है और बार-बार पानी की ज़रूरत महसूस होती है। यह डायबिटीज का शुरुआती संकेत हो सकता है।
- डिहाइड्रेशन – शरीर में पानी की कमी
गर्मी, पसीना, उल्टी या दस्त की वजह से शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) हो सकती है। इसका सबसे बड़ा लक्षण है मुंह का सूखना और बार-बार प्यास लगना। इसे नज़रअंदाज़ करने पर कमजोरी और चक्कर आ सकते हैं।
- हाई सोडियम लेवल – ज्यादा नमक खाने से भी बढ़ती है प्यास
बहुत अधिक नमक या फास्ट फूड खाने से शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है। शरीर इस संतुलन को बनाए रखने के लिए ज्यादा पानी मांगता है, जिससे बार-बार प्यास लगती है।
- बुखार या इंफेक्शन – शरीर की गर्मी बढ़ने पर प्यास भी बढ़ती है
अगर आपको बुखार या कोई संक्रमण (इंफेक्शन) है, तो शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इससे शरीर को ठंडक के लिए अधिक पानी की जरूरत होती है। विशेषकर वायरल फीवर या यूरिन इन्फेक्शन में यह आम बात है।
- नींद की कमी या तनाव – मानसिक थकान भी बन सकती है वजह
अगर आप अच्छी नींद नहीं ले रहे या ज्यादा तनाव में हैं, तो इसका असर शरीर के तरल संतुलन पर पड़ता है। इससे बार-बार प्यास महसूस हो सकती है, जो शरीर का एक अलार्म हो सकता है।
- डायबिटीज इंसिपिडस – एक अलग लेकिन गंभीर कारण
यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर मेडिकल कंडीशन है, जिसमें शरीर पानी को रोक नहीं पाता। इसके कारण बार-बार पेशाब लगती है और व्यक्ति को बहुत तेज़ प्यास लगती रहती है। अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
क्या करें अगर बार-बार प्यास लगे?
- दिनभर खूब पानी पिएं
- मीठे और नमकीन से परहेज़ करें
- नींद पूरी लें और तनाव से दूर रहें
- ज़रूरत पड़ने पर ब्लड शुगर और मेडिकल जांच जरूर करवाएं
नोट – अगर प्यास लगना आदत या मौसम से ज्यादा बार होने लगे, तो इसे हल्के में न लें। यह आपके शरीर का बीमारी का संकेत देने वाला तरीका भी हो सकता है। समय रहते डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी सेहत का ख्याल रखें।