
बालाघाट। कहा जाता है कि पिता के सबसे करीब संतान में बेटी होती है। बेटियां हर क्षेत्र में बाजी मारकर साबित कर रही हैं कि वो किसी से कम नहीं हैं। जिनकी बेटियां नहीं होती वह मन्नतें मांगते हैं। लेकिन बेटी का पैदा होना किसी की जान का दुश्मन बन जाएगा यह अपने आप में ही अजीब बात है। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में जुड़वा बेटियां पैदा होने पर पिता ने खुदकुशी कर ली। उसने वैनगंगा नदी के पुल से कूदकर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम पहुंची और गुरुवार दोपहर में शव बरामद किया गया।
वैनगंगा नदी के पुल से लगाई छलांग
पुलिस ने बताया कि बुधवार शाम करीब 6.30 बजे एक व्यक्ति मोबाइल से बात करते-करते वैनगंगा नदी में कूद गया था। मृतक की पहचान वारासिवनी थाना अंतर्गत दिनी पुनी निवासी लगभग 35 वर्षीय वासुदेव पिता अमृतलाल पटले के रूप में की गई है। घटना के बाद वहां भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस दलबल के साथ वहां पहुंची। रात में होमगार्ड ने दो घंटे तलाशी अभियान चलाया पर शव नहीं मिला। रात होने के कारण तलाशी अभियान रोक दिया गया था। जिसके बाद आज सुबह से फिर तलाशी अभियान होमगार्ड के बचाव टीम द्वारा चलाया गया और दोपहर तक बचाव दल ने नदी में कूदे व्यक्ति का शव बाहर निकाल लिया। फिलहाल, पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
पहले से हैं दो बेटियां : परिजन
जानकारी के मुताबिक, 18 जनवरी (बुधवार) की शाम को वासुदेव की पत्नी ने जिला अस्पताल में जुड़वा बेटियों को जन्म दिया था। यह खबर सुनने के बाद वासुदेव तनाव में आ गया था। वासुदेव के परिजनों ने बताया कि उसकी पहले से दो बेटियां आस्था (6) और अमाली (4)) हैं।