
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के प्रचार से जुड़े एक गंभीर मामले में देश की कई मशहूर हस्तियों से पूछताछ की है। इसमें पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना, अभिनेता सोनू सूद और अभिनेत्री उर्वशी रौतेला जैसे नाम शामिल हैं। इन पर 1xBet, FairPlay, PariMatch और Lotus365 जैसे प्रतिबंधित बेटिंग एप्स के विज्ञापनों में भाग लेने का आरोप है।
सालाना 27,000 करोड़ के टैक्स नुकसान का अनुमान
ED की जांच में यह सामने आया है कि ये ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म्स सरकार को प्रतिवर्ष लगभग 27,000 करोड़ रुपए का टैक्स नुकसान पहुंचा रहे हैं। जांच एजेंसी ने पाया कि ये एप्स भारत में गैरकानूनी ढंग से ऑपरेट करते हुए बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त हैं। विशेष रूप से FairPlay एप के मामले में, चार कंपनियों द्वारा आयात के बहाने 13,000 करोड़ रुपए विदेश भेजे जाने की बात सामने आई है। ये सभी लेनदेन संदिग्ध पाए गए हैं और इन पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत कार्रवाई की जा रही है।
महादेव बेटिंग एप से कनेक्शन
ED ने यह भी खुलासा किया कि जिन प्लेटफॉर्म्स का प्रमोशन इन हस्तियों ने किया, वे सीधे तौर पर महादेव बेटिंग नेटवर्क से जुड़े हुए थे। 1xBet और FairPlay जैसे एप्स महादेव एप के सहायक प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य कर रहे थे। इनका संचालन मुख्य रूप से दुबई से हो रहा था। महादेव नेटवर्क पहले से ही भारत में कई मामलों में वांछित है और इसके प्रमोटर्स फरार चल रहे हैं।
हस्तियों के प्रचार से बढ़ी एप्स की विश्वसनीयता
ED का कहना है कि इन नामचीन चेहरों के विज्ञापन में शामिल होने से इन प्रतिबंधित एप्स को जनता की नजर में वैध और भरोसेमंद दिखाने में मदद मिली। सोनू सूद जैसे अभिनेता ने 1xBet Sporting Lines जैसे प्लेटफॉर्म्स का प्रचार किया, जो दर्शकों को गुमराह करने वाला बताया गया है। वहीं, उर्वशी रौतेला पहले भी महादेव बेटिंग एप के विज्ञापनों को लेकर विवादों में रही हैं। अब वे 1xBet और Lotus365 जैसे प्लेटफॉर्म्स से जुड़ी पाई गई हैं।
QR कोड के जरिए ग्राहकों को फंसाने की चाल
इन विज्ञापनों में सीधे प्रतिबंधित साइट्स का नाम न लेकर 1xBat या 1xBat Sporting Lines जैसे सेरोगेट ब्रांड्स का इस्तेमाल किया गया। इन विज्ञापनों में शामिल QR कोड उपभोक्ताओं को सीधे इन गैरकानूनी बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट करते हैं। यह प्रक्रिया भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA), मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों और बेनामी संपत्ति अधिनियम का सीधा उल्लंघन है।
ED अधिकारियों ने बताया कि ये प्लेटफॉर्म खुद को स्किल-बेस्ड गेम्स की तरह प्रस्तुत करते हैं, लेकिन वास्तव में इनका रिजल्ट पूरी तरह से भाग्य पर आधारित होता है। इसके लिए ये प्लेटफॉर्म्स अक्सर रिग्ड (पूर्व-निर्धारित) एल्गोरिद्म का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उपभोक्ताओं के जीतने की संभावना न के बराबर हो जाती है। यह तकनीकी धोखाधड़ी का स्पष्ट उदाहरण है।
तेलुगु सितारे और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स भी घेरे में
जांच एजेंसी की नजर सिर्फ बॉलीवुड और क्रिकेट सितारों पर ही नहीं, बल्कि क्षेत्रीय फिल्म इंडस्ट्री और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स पर भी है। ED ने तेलुगु सिनेमा से जुड़े अभिनेता राणा दग्गुबाती और प्रकाश राज सहित कई अन्य से भी पूछताछ की है। इनके नाम Dafabet और Betway जैसे अन्य अंतरराष्ट्रीय बेटिंग प्लेटफॉर्म्स से जुड़े हैं।