
उज्जैन। जिला प्रशासन द्वारा फायर एनओसी अनिवार्य करने के खिलाफ निजी होटल संचालक लामबंद हो गए हैं। बुधवार को उन्होंने एक बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान बड़ी संख्या में होटल संचालक मौजूद रहे।
कलेक्टर ने फायर एनओसी की अनिवार्य
बता दें कि 4 दिन पहले रेलवे स्टेशन के सामने 4 मंजिला होटल चंद्रगुप्त में आग लग गई थी। प्रशासन द्वारा कराई गई जांच में होटल में फायर एनओसी सहित कई कमियां मिली थी। इसके बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने शहर के सभी निजी होटल और गेस्ट हाउस में फायर एनओसी अनिवार्य कर दी थी। वहीं चंद्रगुप्त होटल को भी सील कर दिया गया था।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) April 26, 2023
बैठक आयोजित कर बनाई रणनीति
प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद शहर के निजी होटल संचालक भी लामबंद हो गए हैं। उन्होंने बुधवार सुबह एक निजी होटल में बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति बनाई। होटल संचालकों का कहना था कि वह फायर एनओसी के दायरे में नहीं आते हैं, क्योंकि हमारे छोटे-छोटे होटल और गेस्ट हाउस है। जिनमें निकलने की लिए दो रास्ते बनाना मुश्किल है। बैठक में तय किया गया कि कलेक्टर से मिलकर होटल संचालकों का पक्ष रखा जाए।
(इनपुट-संदीप पांडला)
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