
इंदौर। होली के दिन इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में रंग के गुब्बारे से शुरू हुए विवाद ने बड़े हंगामे का रूप ले लिया है। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने हाईकोर्ट के वकील और उनके परिवार के साथ मारपीट की और उन्हें जबरन हिरासत में ले लिया। इसके विरोध में बड़ी संख्या में वकील परदेशीपुरा थाना पहुंचे और प्रदर्शन किया, जिसके बाद हाईकोर्ट चौराहे पर चक्का जाम भी किया गया। जाम के दौरान आसपास से गुजरने वाले लोगों और पुलिस वालों के साथ भी मारपीट की गई। इस घटना में टीआई जितेंद्र यादव घायल हो गए। इस विवाद ने अब राज्यभर में तूल पकड़ लिया है, और पुलिसकर्मियों के विरोध में सोशल मीडिया पर उनके डीपी काले कर दिए गए हैं।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
घटना की शुरुआत होली के दिन परदेशीपुरा स्थित जैन मंदिर से हुई, जहां कुछ बच्चे होली खेल रहे थे। खेल-खेल में उन बच्चों ने गलती से रंग का एक गुब्बारा पुलिस के मुखबिर पर फेंक दिया। इस पर मुखबिर भड़क गया और गाली-गलौच करने लगा। जब वकीलों और स्थानीय लोगों ने विरोध किया, तो मुखबिर ने उन्हें धमकी दी। इसके बाद पुलिस ने मामले को तूल देते हुए कुछ वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी।
वकीलों का प्रदर्शन और चक्का जाम
इस घटना के बाद शहर के वकीलों का आरोप था कि उनके खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज की गई है और उन्हें फंसाया जा रहा है। वकीलों ने इसका विरोध करते हुए परदेशीपुरा थाना के सामने प्रदर्शन किया। इसके बाद, हाईकोर्ट चौराहे पर दो घंटे तक चक्का जाम किया गया। इस दौरान वकील काफी उग्र नजर आए और भीड़ ने वहां से गुजर रहे लोगों और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की। इस मारपीट में परदेशीपुरा थाना के टीआई जितेंद्र यादव भी घायल हो गए।
धरना-प्रदर्शन की धमकी पर पुलिस की तैयारियां
वकीलों का कहना था कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो सोमवार को फिर से धरना-प्रदर्शन होगा। इस डर से पुलिस ने शहर भर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी। आठ थानों की पुलिस बल को एकत्रित किया गया था और वाटर कैनन की गाड़ियां भी तैनात की गईं थी। हालांकि, सोमवार को वकीलों ने अपना विरोध शांत रखने की बात कही और यह निर्णय लिया कि वे बेंच के आदेश का पालन करेंगे।
सोशल मीडिया पर इस तरह जताया विरोध
इस विवाद के बाद पुलिस अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर अपनी डीपी काली कर दी, वहीं वकीलों ने अपनी बैंड की डीपी लगाई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे डीजीपी कैलाश मकवाना से मिलकर मामले को हल करने की कोशिश करेंगे। वहीं, वकीलों ने भी कार्रवाई की मांग की है और वे मऊगंज से लौटने के बाद पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
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