
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार (11 अप्रैल) की शाम आई तेज धूल भरी आंधी ने राजधानी की रफ्तार थाम दी। सबसे ज्यादा असर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) पर देखने को मिला, जहां मौसम के कहर की वजह से फ्लाइट ऑपरेशन बुरी तरह प्रभावित हुआ। टर्मिनल-3 पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई और भगदड़ जैसे हालात बन गए।
तेज आंधी से उड़ानों पर असर
शुक्रवार (11 अप्रैल) शाम दिल्ली में अचानक आई तेज धूल भरी आंधी के कारण IGI एयरपोर्ट से उड़ान भरने और लैंड करने वाली 50 से ज्यादा फ्लाइट्स प्रभावित हुईं। 25 फ्लाइट्स का रूट डायवर्ट किया गया, जबकि 7 उड़ानों को रद्द करना पड़ा।
इस दौरान टर्मिनल-3 पर यात्रियों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर बताया कि, उन्होंने एयरपोर्ट पर 10 से 12 घंटे तक बैठकर समय बिताया, लेकिन उन्हें न तो बोर्डिंग की स्पष्ट जानकारी दी गई और न ही कोई मदद मिली।
टर्मिनल-3 पर गेट 42A के पास मची अफरा-तफरी
सबसे ज्यादा हंगामा टर्मिनल-3 के गेट नंबर 42A पर देखने को मिला। यात्रियों ने बताया कि, वहां भगदड़ जैसे हालात बन गए थे। बोर्डिंग में देरी और बार-बार समय बदलने के कारण लोग परेशान हो गए। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें पोस्ट कर स्थिति की गंभीरता बताई और सरकार से मदद की गुहार लगाई।
एक ही गेट से 8 फ्लाइट्स की बोर्डिंग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गेट नंबर 2 से लगभग 8 फ्लाइट्स की बोर्डिंग की जा रही थी, जिससे वहां भारी भीड़ जुट गई और सुरक्षा व सुविधा व्यवस्था बिगड़ गई। यात्रियों का कहना था कि, टर्मिनल में स्टाफ की संख्या कम थी और फ्लाइट कंपनियां भी स्थिति संभालने में असफल रहीं।
एअर इंडिया और इंडिगो ने क्या कहा
एअर इंडिया ने सफाई दी कि, मौसम की खराबी के कारण फ्लाइट्स पर असर पड़ा और टीम ने स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की। वहीं इंडिगो ने पहले ही यात्रियों को अलर्ट कर दिया था कि, दिल्ली और जयपुर में धूल भरी आंधी के कारण उड़ानों में देरी या रूट डायवर्जन हो सकता है।
एयरपोर्ट यात्री हो रहे परेशान
शनिवार सुबह तक भी एयरपोर्ट की स्थिति सामान्य नहीं हो सकी। यात्रियों ने बताया कि सुबह 6 बजे तक भी उन्हें बोर्डिंग को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं मिली थी। कई लोग पूरी रात एयरपोर्ट पर ही बैठे रहे और उनके साथ छोटे बच्चों और बुजुर्गों को भी परेशानी उठानी पड़ी।
यात्रियों ने नागरिक उड्डयन मंत्री और एयरलाइंस से अपील की है कि, ऐसी परिस्थितियों में बेहतर प्रबंधन और सूचना तंत्र की जरूरत है। अचानक उत्पन्न आपात स्थिति में यात्रियों को समय पर जानकारी और सुविधा मिलनी चाहिए ताकि कोई अफरा-तफरी न हो।