लखनऊ। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली दौरे के पहले उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके गृह ग्राम नरौरा पहुंचे। यहां उनके साथ देश के गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कल्याण सिंह एक संस्था थे एक आंदोलन थे। बचपन से उनके दिल में, उनके दिमाग में गरीब, किसान, पिछड़े और शोषित के कल्याण की आग प्रकट होती थी और वह केवल उनके नेतृत्व में नहीं, उनकी कविताओं में भी प्रकट होती थी।
यूपी के पूर्व सीएम स्वर्गीय कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह, कहा – ‘कल्याण सिंह जी एक व्यक्ति नहीं थे, एक संस्था थे-एक आंदोलन थे’#KalyanSingh #ShivrajSinghChouhan #PeoplesSamachar@ChouhanShivraj pic.twitter.com/nhNufWMaUM
— Peoples Samachar (@psamachar1) August 23, 2021
सीएम शिवराज ने स्व. कल्याण सिंह को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश के किसानों के लिए पहली बार अधिकार पत्र बनाया था और एक तरह से क्रांति का शंखनाद किया था —
‘टूटे घेर घरौंदे तेरे
टूटी तेरी खटिया रे
तेरे घर वाली के तन पर फटी फटाई अंगिया रे
अंधियारे में कटे जिंदगी
बिन दिया, बिन डिबिया रे
इस सड़ांध को आग लगा दे क्रांति के अंगारों से;
ये उद्घोष करने वाले थे बाबूजी।
उन्होंने आगे कहा कि सामान्य परिवार में जन्म लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक का सफर और उसमें भी अयोध्या में भगवान श्री रामचंद्र की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण हो, यह उनका संकल्प था। और ये संकल्प उनके बिना पूरा नहीं हो सकता था। इसलिए जिस दिन शिलान्यास हो रहा था उस दिन उन्होंने बड़े संतोष के भाव से कहा था कि आज मेरे जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया।
सीएम ने कहा कि यहां उमड़ा जनसैलाब यह बताता है कि वह सक्रिय राजनीति से दूर रहने के बावजूद भी वह कितने लोकप्रिय थे। मैं अपनी ओर से मध्य प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से उनके चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं। प्रभु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें यह प्रार्थना करता हूं।