
भोपाल। मध्यप्रदेश के किसानों के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है। राज्य में ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की फसल उगाने वाले किसानों के लिए उपार्जन (खरीद) का पंजीयन 19 जून से शुरू किया जा रहा है। इसकी घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक वीडियो संदेश जारी करके की। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी उपज बेचने में अब कोई परेशानी नहीं होगी।
सीएम ने सोशल मीडिया पर किया ऐलान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ‘X’ पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा- ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द के उपार्जन को लेकर हमारी केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा हुई है। राज्य सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेज रही है। 19 जून से पंजीयन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे पंजीयन कराएं और अपनी फसल बेचने की तैयारी करें।
सीएम ने कहा – सरकार किसानों के साथ
मुख्यमंत्री ने कहा- हमारी सरकार हमेशा किसान हितैषी निर्णय लेती आई है। मैं सभी किसानों से आग्रह करता हूं कि वे न केवल इस फसल की उपज की तैयारी करें, बल्कि अगली फसल की तैयारी भी प्रारंभ करें। राज्य सरकार हर कदम पर आपके साथ है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार ‘नदी जोड़ो अभियान’ के तहत सिंचाई की व्यवस्था कर रही है। इसके अलावा बेहतर बीज, कृषि यंत्र और तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कृषि मेले आयोजित किए जा रहे हैं ताकि किसानों को अधिक लाभ मिल सके।
बारिश से पहले खरीद की मांग कर रहे थे किसान
ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द ऐसी फसलें हैं जो कम समय में पककर तैयार हो जाती हैं। इस समय खेतों में फसल तैयार है और मानसून की आमद निकट है, जिससे किसान चिंतित थे। किसानों की मांग थी कि बारिश से पहले उपज की खरीद की प्रक्रिया शुरू की जाए।
सरकार की ओर से पंजीयन शुरू न होने से किसान परेशानी में थे और बार-बार मांग कर रहे थे कि खरीदी प्रक्रिया शीघ्र शुरू हो।
विपक्ष ने भी उठाई थी आवाज
कांग्रेस पार्टी ने भी इस मुद्दे पर किसानों का समर्थन किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कई बार सरकार से आग्रह किया था कि फसल की स्थिति को देखते हुए पंजीयन और खरीदी जल्द शुरू की जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि किसानों की उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा जाए ताकि किसान घाटे में न जाएं।