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Chhattisgarh Naxal Encounter : बीजापुर में सुरक्षाबलों का नक्सलियों पर बड़ा प्रहार, 7 नक्सली ढेर, दो बड़े इनामी माओवादी भी मारे गए

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में चला ऑपरेशन, भारी मात्रा में हथियार बरामद

Chhattisgarh Naxal Encounter छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे विशेष अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में चल रहे इस अभियान में पिछले 4 दिनों में कुल 7 नक्सलियों को मार गिराया गया है, जिनमें दो महिला माओवादी भी शामिल हैं।

दो कुख्यात नक्सली नेता मारे गए

अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए नक्सलियों में सुधाकर उर्फ गौतम और भास्कर नामक दो बड़े नेता शामिल हैं। सुधाकर पर ₹40 लाख और भास्कर पर ₹45 लाख का इनाम था। दोनों का शव क्रमश: 5 और 6 जून को बरामद किया गया। ये माओवादी तेलंगाना स्टेट कमेटी और सेंट्रल कमेटी से जुड़े थे।

रातभर चली मुठभेड़, पांच और शव बरामद

6 और 7 जून की दरम्यानी रात को हुए एनकाउंटर में 5 अज्ञात नक्सलियों के शव मिले, जिनकी पहचान की जा रही है। इस ऑपरेशन में दो AK-47 राइफल्स, भारी मात्रा में गोलाबारूद और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।

अभियान के दौरान कुछ जवान सांप के काटने, मधुमक्खियों के डंक और थकावट जैसी समस्याओं से घायल हुए। सभी को प्राथमिक उपचार देकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है और सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।

ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट की बड़ी सफलता

इससे पहले 21 मई को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और बीजापुर सीमा क्षेत्र में CPI (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू को भी एक मुठभेड़ में मार गिराया गया था।

इसके साथ ही “ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट” के तहत चलाए गए तीन सप्ताह के संयुक्त ऑपरेशन में 31 कट्टर माओवादी मारे गए और कई बड़े अड्डों को नष्ट किया गया।

गृह मंत्री अमित शाह ने की अधिकारियों से मुलाकात

इस सफलता के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को सुरक्षा अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा- “मोदी सरकार भारत को नक्सलवाद के दंश से मुक्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।” शाह जल्द ही छत्तीसगढ़ जाकर ऑपरेशन में शामिल जवानों से भी मिलेंगे।

छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर चलाए गए इस अभियान से यह साफ हो गया है कि अब सरकार नक्सलवाद के खिलाफ अंतिम लड़ाई के लिए तैयार है। सुरक्षाबलों का मनोबल ऊंचा है और माओवादियों के संगठन को लगातार करारे झटके मिल रहे हैं।

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