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बिसात बिछाई : चुनौतीपूर्ण ट्राइबल बहुल सीटों पर भाजपा की टोलियां तैनात

छिंदवाड़ा, बालाघाट और मंडला क्षेत्र की विस सीटों पर उठाना पड़ा था नुकसान

राजीव सोनी, भोपाल। लोकसभा चुनाव का शंखनाद होते ही भाजपा ने 19 अप्रैल को पहले चरण की 6 सीटों के लिए मैदानी जमावट शुरू कर दी है। इनमें से ट्राइबल बहुल छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण हैं। विधानसभा 2023 और 2019 के लोस चुनाव में भी इन क्षेत्रों में भाजपा को नुकसान हुआ। अब सत्ता-संगठन के नेता सतर्कता से प्रबंधन में जुटे हैं।

हर बूथ पर कार्यकर्ताओं की टोलियां तैनात की गईं हैं। आसपास के जिलों के समयदानी कार्यकर्ताओं को भी मोर्चा संभालने को कहा गया है। इन क्षेत्रों में मतदान के लिए एक माह शेष है। भाजपा सभी 29 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है वहीं कांग्रेस अभी 10 उम्मीदवार ही तय कर पाई है। पहले चरण की आधा दर्जन सीटों में सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा शामिल हैं। इनमें चार सीटें ट्राइबल बहुल हैं।

विस चुनाव में हारे दो प्रत्याशी मैदान में इसलिए ज्यादा सतर्क

भाजपा ने छिंदवाड़ा और मंडला में ऐसे प्रत्याशियों पर दांव लगाया है जो उसी क्षेत्र से विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को मंडला क्षेत्र की निवास विस सीट पर और बंटी साहू को छिंदवाड़ा में पराजय मिल चुकी है। विस चुनाव के दौरान इन दो के अलावा मंडला संसदीय क्षेत्र में भी भाजपा को अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाई थी। यही कारण है कि मिशन 29 को सफल बनाने भाजपा ने इन क्षेत्रों में पूरी ताकत झोंक दी है।

सातों सीटों पर कांग्रेस

छिंदवाड़ा ही प्रदेश की एकमात्र लोकसभा सीट ऐसी है जहां कांग्रेस पारंपरिक रूप से काबिज है। 4 माह पहले हुए विस चुनाव के दौरान इस संसदीय क्षेत्र की सातों सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। महापौर पद भी कांग्रेस के खाते में गया था, इसलिए भाजपा ने कांग्रेस के जनाधार में सेंध लगाने के लिए कई स्तर पर तैयारियां की हैं।

बालाघाट में फिफ्टी-फिफ्टी

बालाघाट लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 4 (लांजी, कटंगी, बरघाट, सिवनी) पर ही संतोष करना पड़ा। संसदीय क्षेत्र की वारासिवनी, बालाघाट, परसवाड़ा और बैहर विस सीट कांग्रेस के खाते में चली गईं हैं। यही वजह है कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव की तैयारी काफी पहले से शुरू कर दी है।

मंडला लोस क्षेत्र : 8 में से भाजपा के पास 3 सीटें

मंडला संसदीय क्षेत्र में भी भाजपा के लिए विस चुनाव के नतीजों की कमोबेश यही स्थिति थी। उसे 8 में से 5 सीटों (बिछिया, निवास, डिंडोरी, केवलारी और लखनादौन) पर कांग्रेस की तुलना में काफी कम वोट मिले थे। यहां भाजपा को विधानसभा की 3 गोटेगांव, शहपुरा और मंडला सीट से ही संतोष करना पड़ा। यही कारण है कि भाजपा ने सीधी और मंडला-डिंडोरी जिले के कांग्रेस पदाधिकारियों और जिला पंचायत सदस्यों को भाजपा जॉइन कराई है।

छिंदवाड़ा में भी कमल खिलाएंगे

इस बार भाजपा मिशन-29 के तहत छिंदवाड़ा में भी कमल खिलाएगी। आदिवासी समाज के हक, अधिकार और विकास भाजपा सरकारों की प्राथमिकता में रहे हैं। कांग्रेस ने इनका शोषण ही किया है। सरकार ने पेसा एक्ट , आदिवासियों के रोजगार, राशन का ध्यान रखा। – आशीष अग्रवाल मीडिया प्रभारी मप्र भाजपा

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