
पेरिस। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आज के समय में हर क्षेत्र में बहुत उपयोगी साबित हो रहा है। हाल ही में पेरिस की रहने वाली मार्ली गार्नरेटर (27) ने रात में पसीना आने और त्वचा में खुजली जैसे लक्षणों को चैटजीपीटी में डाला, जहां एआई ने उन्हें रक्त कैंसर होने की चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। मार्ली ने बताया कि अब वह कीमोथैरेपी ले रही हैं और भविष्य को लेकर आशावान हैं। उन्होंने कहा कि एआई से मिली जानकारी को नजरअंदाज करना उनकी बड़ी भूल थी। हॉजकिन लिंफोमा का इलाज संभव है और 5 साल तक जीवित रहने की दर करीब 81 प्रतिशत है। मार्ली चाहती हैं कि लोग खुद के लिए जागरूक रहें और जांच करवाएं।
नहीं मानी अक की सलाह
मार्ली गार्नरेटर ने बताया कि उनके पिता की हाल ही में कैंसर से मौत हुई थी और उन्हें लगा कि उनकी हालत सिर्फ चिंता की वजह से है। जब उन्होंने दोस्तों से चैटजीपीटी की सलाह साझा की, तो उन्होंने कहा कि असली डॉक्टर से ही सलाह लेनी चाहिए। इसके बाद, मार्ली ने एआई की चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया और डॉक्टर के पास जाना बंद कर दिया, क्योंकि उनके शुरुआती मेडिकल टेस्ट सामान्य आए थे।
लक्षण बढ़ने पर हुआ खुलासा
कई महीनों बाद जब सीने में लगातार दर्द और थकावट बनी रही, तब मार्ली को लगा कि कुछ गड़बड़ है। वह एकबार फिर डॉक्टर के पास गर्इं, जहां स्कैन में फेफड़ों के पास बड़ा द्रव्यमान मिला। जांच से पता चला कि उन्हें हॉजकिन लिंफोमा है, जो रक्त कैंसर का प्रकार है। यह वही बीमारी थी, जिसे एआई ने एक साल पहले पहचाना था। मार्ली को इस बात का अफसोस रहा कि उन्होंने एआई की बात को गंभीरता से नहीं लिया।