
भिवानी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की पीड़ित महिलाओं को लेकर दिए गए बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के बयान से सियासी तूफान खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने इसे न केवल पीड़ितों का अपमान बताया, बल्कि बीजेपी की मानसिकता पर भी सवाल उठाए हैं। हरियाणा के भिवानी में एक कार्यक्रम के दौरान दिए गए इस बयान को लेकर सांसद की चौतरफा निंदा हो रही है।
क्या कहा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने
भिवानी में रानी अहिल्या बाई होलकर की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि जो महिलाएं पहलगाम आतंकी हमले में अपने पतियों को खो चुकी हैं, उनमें वीरांगना का भाव और जोश नहीं था, इसलिए 26 लोग आतंकियों की गोलियों का शिकार बन गए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पर्यटकों के पास लाठी-डंडे होते और वे आतंकियों पर टूट पड़ते, तो शायद केवल 5-6 लोग ही मारे जाते और तीनों आतंकी भी ढेर कर दिए जाते।
उन्होंने यह भी तर्क दिया कि यदि पर्यटकों ने प्रधानमंत्री की आत्मरक्षा योजना के तहत प्रशिक्षण लिया होता, तो इतनी बड़ी संख्या में हत्याएं नहीं होतीं।
कांग्रेस का तीखा पलटवार
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सांसद कुमारी सैलजा ने इस बयान को शर्मनाक और असंवेदनशील करार दिया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “शहीदों के बलिदान पर सवाल उठाना और महिलाओं की वीरता पर टिप्पणी करना भाजपा सांसद का यह बयान शर्मनाक और असंवेदनशील है।”
उन्होंने आगे लिखा कि पहलगाम में 26 लोगों की शहादत को जोश की कमी बताना न केवल शहीदों का अपमान है, बल्कि यह बीजेपी की सोच को भी उजागर करता है।
ऐसे बयान देश की एकता के खिलाफ
कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शहीदों के बलिदान को नमन करती है और महिलाओं की शक्ति को सम्मान देती है। उन्होंने जांगड़ा के बयान को देश की एकता और सम्मान के खिलाफ बताया और इसकी कड़ी निंदा की।
क्या हुआ था पहलगाम में
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बायसरन घाटी में आतंकवादियों ने हमला कर 26 टूरिस्ट की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह हमला देश को झकझोर देने वाला था। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके के अंदर 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी।
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