
भोपाल। मध्यप्रदेश की उच्च शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने जा रहा हैं जहां छात्रों को अब कॉलेज और यूनिवर्सिटी में साल में दो बार एडमिशन मिल सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने 7 सदस्यों की कमेटी बनाई, जिन्होनें ये रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। इसके तहत छात्र सिर्फ जुलाई-अगस्त में ही नहीं, बल्कि जनवरी-फरवरी में भी प्रवेश ले सकेंगे।
जनवरी-फरवरी 2026 से लागू होगा नियम
उच्च शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों से सुझाव मांगे हैं। जनवरी-फरवरी 2026 से इसे सभी विवि और प्राइवेट कॉलेजों लागू करने की तैयारी है। इसका अंतिम निर्णय स्टैंडिंग कमेटी और राज्यपाल की अध्यक्षता में होगा।
नई शिक्षा व्यवस्था के फायदे
2008 में यूजी और पीजी कोर्स के लिए सेमेस्टर सिस्टम शुरू हुआ था, लेकिन 2017-18 में छात्र संगठनों के विरोध के चलते इसे हटा दिया गया था लेकिन अब फिर से इसे लागू करने की तैयारी है, जिससे छात्रों को एक अतिरिक्त मौका मिलेगा और राज्य का जीईआर भी बढ़ेगा। नए सिस्टम से राज्य साल में दो बार प्रवेश देने वाला पहला राज्य बनेगा।
कमेटी ने दिए ये सुझाव
- जनवरी सत्र का एडमिशन शासकीय, अशासकीय विश्वविद्यालयों और पीएमसीओई में लागू हो।
- हर जिले में एक स्पेशल कॉलेज को चिन्हित किया जाए जहां जनवरी सत्र में एडमिशन मिल सके।
- जनवरी सत्र में एडमिशन लेने वाले छात्रों को कोर्स का 50% क्रेडिट ऑनलाइन माध्यम से भरना होगा।
- ऐसे कॉलेजों का चयन किया जाए, जहां दो शिफ्ट में कक्षाएं चलाई जा सकें। दो शिफ्ट में कक्षाएं चलाने वाले कॉलेजों को जरूरत के मुताबिक भवन और संसाधन भी दिए जाएं।
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