
भोपाल। राजधानी में बारिश जहां गर्मी से राहत लेकर आई है, वहीं बारिश ने दुश्वारियां भी बढ़ा दी हैं। सबसे ज्यादा वे लोग परेशान हैं, जो उन सड़कों से आते-जाते हैं या आसपास रहते हैं जहां मेट्रो निर्माण कार्य चल रहा है। मेट्रो रूट की सड़कें पहले ही बेरीकेडिंग से 60 से 80 फीसदी सिमटने से यहां जाम की स्थिति बनी रहती है, वहीं अब बारिश में ये सड़कें कीचड़ से सन गई हैं। ये कीचड़ मेट्रो पिलर्स बनाने खोदे गए गड्ढों से निकली मिट्टी की वजह से आई है। कीचड़ से दो पहिया वाहन फिसल रहे हैं और लोग जख्मी हो रहे हैं। बैरसिया रोड से रोजाना गुजरने वाली एक लाख से ज्यादा आबादी इसकी वजह से परेशान हो रही है।
इन रास्तों से निकले तो रहें सावधान
बता दें कि वर्तमान शहर में सुभाष नगर से एम्स तक प्रायोरिटी कॉरिडोर फर्स्ट फेस का काम लगभग पूरा हो चुका है और जुलाई-अगस्त में मेट्रो कमर्शियल रन होने की उम्मीद है। लेकिन, मेट्रो निर्माण के चलते इस रूट की सड़कों के बुरे हाल हैं। इसी तरह करोंद से डीआईजी बंगला, काजीकैंप, सिंधी कॉलोनी, भोपाल टॉकीज, नादरा बस स्टैंड, अल्पना तिराहा, भारत टॉकीज, पुल बोगदा होते हुए सुभाष नगर डिपो तक सेकेंड फेस (ऑरेंज लाइन) के साथ ही भदभदा से रत्नागिरी तक थर्ड फेस (ब्ल्यू लाइन) का काम चल रहा है। ये लाइन भदभदा से भारत माता चौराहा, जवाहर चौक, रंग मगल चौराहा, रोशनपुरा चौराहा, मिंटो हाल, जहांगीराबाद चौराहा, जिंसी, पुल बोगदा, प्रभात चौराहा होते हुए रायसेन रोड पर गोविंद गार्डन, पॉलीटेक्निक, इंद्रपुरी, सोनागिरी वाया रत्नागिरी चौराहे तक जाएगी।
ऑरेंज लाइन में स्वाइल टेस्टिंग के बाद पिलर्स बनाने का काम शुरू हो चुका है, जबकि ब्लू लाइन में स्वाइल टेस्टिंग का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। लेकिन इन सभी रूटों पर टूटी सड़कों, गड्ढों और बारिश में फैली कीचड़ की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ब्रेक लगाते ही फिसली बाइक
डीआईजी बंगला से आरिफ नगर सड़क पर थिंक गैस पंप के सामने सारा दिन वाहनों के फिसलने का सिलसिला जारी रहा। ये सड़क चिकनी मिट्टी की कीचड़ से सनी हुई थी। ऐसे में ब्रेक लगाते ही दो पहिया वाहन चालक फिसल रहे थे। मंगलवार रात करीब 11 बजे एक व्यक्ति जो अपनी पत्नी और बच्चे के साथ बाइक पर जा रहा था उसकी बाइक कीचड़ में स्लिप कर गई। हादसे युवक उसकी पत्नी और बच्चा तीनों जख्मी हो गए। गनीमत ये रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
10 फीट सड़क पर भी कीचड़
आरिफ नगर स्थित जीएनजी गैस पंप के सामने 40 फीट चौड़ी सड़क को बेरीकेडिंग कर 10 फीट कर कर दिया गया है। यहां 30 फीट हिस्से में मेट्रो निर्माण कार्य चल रहा है और बाकी 10 फीट सड़क से ट्रैफिक की आवाजाही होती है। जबकि एक तरफ अस्पतालों की पार्किंग और अवैध कब्जे हैं। वहीं अब इस 10 फीट की सड़क बारिश में चिकनी मिट्टी फैल गई है। जिसकी वजह से वाहन चालक फिसल रहे हैं। – जितेंद्र सिंह परिहार, राहगीर
खैर हुई, नहीं तो युवक पर कार चढ़ जाती
मेट्रो निर्माण के चलते करोंद रोड 80 फीट से 10 फीट में सिमट गई है। इयसकी वजह से सारा दिन जाम की स्थिति बनी रही है। लेकिन रात में ट्रैफिक न होने से आवाजाही आसान होती है, लेकिन कीचड़ से सनी ये सड़क खतनाक भी हो गई है। मंगलवार रात करीब 12 बजे हाउसिंग बोर्ड से करोंद की तरफ जा रहे एक बाइक सवार युवक के सामने अचानक गाय आ गई। युवक ने जैसे ही ब्रेक लगाया कीचड़ की वजह से बाइक फिसल गई। युवक सड़क पर गिर गया, तभी पीछे से कार चालक ने ब्रेक लगाया, लेकिन कीचड़ होने कार भी स्लिप हो गई। हालांकि खैर ये रही कि कार युवक को कुचलने से पहले रुक गई।
निशातपुरा आरओबी से हाउसिंग बोर्ड पुलिया, पीपल चौराहा होते हुए करोंद चौराहे के आगे मृदा परीक्षण संस्थान तक मेट्रो मेट्रो सेकेंड फेज (ऑरेंज लाइन) का काम चल रहा है। करीब 80 फीट चौड़ी सड़क के बीचोंबीच 60 फीट से ज्यादा बेरीकेडिंग की गई है। अब दोनों तरफ 8 से 10 फीट सड़क ही आवाजाही के लिए बची है। इसी अब इसी सीसी रोड पर मेट्रो निर्माण के दौरान खोदी गई मिट्टी फैली हुई है, जो बारिश में कीचड़ बन चुकी है। ये इतनी चिकनी है कि ब्रेक लगाते ही वाहन फिसल जाते हैं और लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। – संदीप यादव, राहगीर
10 मिनट में तय होता है 40 मीटर का रास्ता
मेट्रो निर्माण के चलते रेलवे स्टेशन के पास ट्रैफिक जाम की समस्या इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि लोगो का निकलना मुश्किल होता है। बढ़ते ट्रैफिक के दबाव के कारण यहां घंटों तक लंबा जाम लगा रहता है। स्थिति ये है कि अल्पना तिराहे से प्लेट फार्म नंबर-6 तक जाने के लिए लोगों को 40 मीटर का रास्त तय करने में 10 से 15 मिनट लग जाते हैं। बारिश में स्थिति और खराब हो गई है।
मेट्रो कंपनी बनाएगी खराब हुई सड़कें
सड़कों की स्थिति पर पीडब्ल्यूडी भोपाल डिवीजन के चीफ इंजीनियर संजय मस्के का कहना है कि सड़क सुधार के लिए मेट्रो कंपनी को कहा गया है। उन्होंने बताया कि मेट्रो कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि प्रायोरिटी रूट पर स्टेशन निर्माण के साथ कई काम चल रहे हैं। काम पूरा होने के बाद सड़कों को ठीक किया जाएगा।