
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार को आयोजित जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक उस समय विवादों में आ गई जब नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण यादव के बैठक में न पहुंचने पर सांसद आलोक शर्मा नाराज होकर बैठक छोड़कर चले गए। सांसद ने इसे भोपाल की 35 लाख जनता और जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया। वहीं निगम कमिश्नर ने कहा कि उन्हें बैठक की कोई सूचना नहीं थी।
बैठक में नगर निगम की समीक्षा से पहले उठा विवाद
दरअसल, यह बैठक भोपाल सांसद आलोक शर्मा की अध्यक्षता में हो रही थी, जिसमें स्मार्ट सिटी, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा की जानी थी। बैठक में विधायक भगवान दास सबनानी, महापौर मालती राय, जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुंवर बाई गुर्जर, उपाध्यक्ष मोहन जाट, जिला पंचायत सीईओ इला तिवारी और अन्य जिला अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में पहले बिजली कंपनी और एरिगेशन विभाग की समीक्षा हुई। इसके बाद जब नगर निगम की समीक्षा शुरू होनी थी, तो नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण यादव की अनुपस्थिति पर सवाल उठे। जब उनकी मौजूदगी के बारे में पूछा गया, तो अधिकारियों ने बताया कि वे बैठक में नहीं हैं और उनकी जगह कोई अन्य अधिकारी भी नहीं भेजा गया है।
सांसद ने किया फोन, लेकिन नहीं उठाया कॉल
नगर निगम कमिश्नर से संपर्क करने के लिए सांसद, महापौर और विधायक भगवान दास सबनानी ने उन्हें फोन लगाया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। इस पर सांसद आलोक शर्मा भड़क गए और बैठक स्थगित करने का निर्णय लिया।
सांसद का आरोप- 35 लाख जनता का अपमान
सांसद आलोक शर्मा ने कहा, “नगर निगम कमिश्नर का इस अहम बैठक में न आना सिर्फ जनप्रतिनिधियों का ही नहीं, बल्कि भोपाल की 35 लाख जनता का अपमान है। वे विधायक और महापौर के फोन तक नहीं उठा रहे हैं।”
कलेक्टर ने जनप्रतिनिधियों से की मुलाकात
बैठक के बाद नाराज जनप्रतिनिधियों से मिलने के लिए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह पहुंचे। जिला पंचायत अध्यक्ष के कक्ष में सांसद, विधायक और महापौर के साथ उनकी बंद कमरे में करीब आधे घंटे तक चर्चा हुई, जिसके बाद सभी जनप्रतिनिधि वहां से चले गए।
नगर निगम कमिश्नर ने दी सफाई
नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि उन्हें इस बैठक की कोई सूचना नहीं थी। “अगर मुझे जानकारी होती तो मैं स्वयं उपस्थित होता या अपने किसी अधिकारी को बैठक में भेजता। मैं दिल्ली से आई एक टीम के साथ बैठक में व्यस्त था, इसलिए फोन नहीं उठा पाया। बाद में कॉल बैक किया,” उन्होंने सफाई दी।
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