
चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। माँ दुर्गा के इस स्वरूप की आराधना से तप, त्याग, संयम और सदाचार की वृद्धि होती है। इसी अवसर पर हम आपको भोपाल के एक अनोखे मंदिर के दर्शन कराते हैं, जिसे ‘कर्फ्यू वाली माता मंदिर’ के नाम से जाना जाता है। आखिर इस मंदिर को यह नाम क्यों मिला? आइए जानते हैं।
कहाँ स्थित है ‘कर्फ्यू वाली माता’ का मंदिर?
भोपाल के सोमवारा क्षेत्र में स्थित इस मंदिर में माँ दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित है, जिसे जयपुर के मूर्तिकारों ने बनाया है। मंदिर का दरबार सोने और चांदी से सजा हुआ है, जो इसकी भव्यता को और बढ़ाता है।
कैसे पड़ा यह अनोखा नाम?
मंदिर के पुजारी बताते हैं कि जब इस मंदिर का निर्माण हो रहा था, तब इलाके में विरोध के कारण कर्फ्यू लगा दिया गया था। उसी घटना के बाद इस मंदिर को ‘कर्फ्यू वाली माता मंदिर’ के नाम से जाना जाने लगा।
नवरात्रि में भक्तों की भीड़ उमड़ी
नवरात्रि के पावन दिनों में इस मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। भक्त देवी की पूजा-अर्चना कर शक्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए माँ के दरबार में मत्था टेकते हैं।
मां दुर्गा की महिमा का गुणगान
मंदिर में नवरात्रि के दौरान विशेष अनुष्ठान और मंत्रोच्चार किए जाते हैं।
भक्त देवी के बीज मंत्र – “सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्रयम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।” इस मंत्र का जाप कर मां से विश्व कल्याण की कामना करते हैं।
पीपुल्स अपडेट की यह खास श्रृंखला आगे भी आपको नवरात्रि के पावन अवसर पर विभिन्न देवी मंदिरों के दर्शन कराएगी। तब तक आप सभी को हमारी ओर से “जय माता दी!”