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भोपाल के समरधा में बनेगा भोज-नर्मदा द्वार : CM डॉ. मोहन यादव ने किया भूमिपूजन, बोले- इतिहास से जुड़ेगा भविष्य

भोपाल।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने होशंगाबाद रोड स्थित समरधा में ‘भोज-नर्मदा द्वार’ का भूमिपूजन किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने नगर निगम भोपाल द्वारा नीमच में 10 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र का लोकार्पण भी किया।

राजा भोज के नाम पर बनेंगे भव्य द्वार

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि मध्यप्रदेश की पहचान वीर शासकों से रही है। सम्राट विक्रमादित्य और राजा भोज जैसे ऐतिहासिक चरित्र आज भी न्याय, पराक्रम और लोककल्याण के प्रतीक हैं। सरकार का उद्देश्य है कि इन ऐतिहासिक शख्सियतों की विरासत को नई पीढ़ी और पूरे देश के सामने प्रस्तुत किया जाए। नगर निगम भोपाल द्वारा फिलहाल दो प्रमुख द्वार बनाए जा रहे हैं

  1. भोज-नर्मदा द्वार (समरधा, होशंगाबाद रोड)
  2. विक्रमादित्य द्वार (इंदौर-भोपाल रोड)

समरधा में भोज-नर्मदा द्वार का भूमिपूजन रविवार को किया गया, जबकि इंदौर-भोपाल रोड पर विक्रमादित्य द्वार के लिए प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी।

भोपाल के प्रवेश द्वार होंगे ऐतिहासिक प्रतीक

भोपाल नगर निगम की योजना है कि भविष्य में राजधानी के अन्य प्रमुख प्रवेश मार्गों जैसे बैरसिया रोड, रायसेन रोड, कोलार रोड, विदिशा रोड, मुबारकपुर रोड आदि पर भी ऐसे ही ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीकों से युक्त द्वार बनाए जाएं। यह पहल शहर को न केवल सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाएगी, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी आकर्षण का केंद्र बनाएगी।

नीमच में 10 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र का लोकार्पण

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नगर निगम भोपाल द्वारा सौर ऊर्जा परियोजना के प्रथम चरण में नीमच में स्थापित 10 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र का भी लोकार्पण किया। यह परियोजना राजधानी भोपाल को ग्रीन एनर्जी की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। संयंत्र से नगर निगम की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सहायता मिलेगी।

कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता रहे उपस्थित

इस भव्य आयोजन में प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवानदास सबनानी, भोपाल महापौर मालती राय, निगम अध्यक्ष कैलाश सूर्यवंशी, बीजेपी जिलाध्यक्ष रविंद्र यति, और निगम परिषद के अन्य सदस्य मौजूद रहे।

राजधानी भोपाल को मिलेगा नया स्वरूप

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश की पहचान हमारे वीर शासकों से रही है। मध्यप्रदेश का गौरव रहे सम्राट विक्रमादित्य को आज भी न्यायप्रियता, पराक्रम और लोक कल्याण के लिये जाना जाता है। वहीं राजा भोज को महान शिक्षक और योद्धा के रूप में याद किया जाता है। ऐसे में हमारी सरकार ने तय किया है कि हमारे गौरवशाली अतीत को दुनिया के सामने लाने की आवश्यकता है। इसलिए राजधानी भोपाल के प्रमुख मार्गों पर राजा भोज, विक्रमादित्य जैसे महापुरुषों के नाम से द्वार बनाए जाएंगे।

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