
बरेली के मीरगंज इलाके में शनिवार सुबह एक ईंट-भट्ठे की दीवार गिरने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में पांच मजदूर दब गए, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। साथी मजदूरों ने तुरंत मदद के लिए हाथों से ईंट हटानी शुरू कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन की SDRF टीम मौके पर पहुंची और करीब दो घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला।
रेस्क्यू में चार मजदूरों की बचाई जान, एक की मौत
चार मजदूरों को सुरक्षित निकालकर अस्पताल भेजा गया। एक मजदूर की मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई। एक वाहन भी मलबे के नीचे दब गया था, जिसे क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया।
हादसे के बाद मजदूरों और परिजनों का हाईवे पर हंगामा
मृतक मजदूर की पहचान छोटे उर्फ भूपनदास (पुत्र मनीराम) के रूप में हुई है। उनकी मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने हाईवे जाम कर दिया। पत्नी धारावती का रो-रोकर बुरा हाल है। छोटे उर्फ भूपनदास अपने तीन बच्चों (दो बेटियां और एक बेटा) के पिता थे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने की कोशिश की।
घायलों का अस्पताल में इलाज जारी
घटना में घायल गोपाल, राजीव, बबलू और इकरार को मीरगंज सीएचसी में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार सभी की हालत स्थिर है।
SDM ने दिए जांच के आदेश
SDM तृप्ति गुप्ता ने बताया कि दीवार गिरने के कारणों की जांच की जा रही है। भट्ठा मालिक की लापरवाही की जांच होगी । दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने मजदूरों और परिजनों से शांति बनाए रखने की अपील की है और घटना के दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है।