मुंबई। राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या से संबंधित मामले में गुरुवार को दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुणे शहर के कर्वेनगर इलाके के निवासी आदित्य गुलनकर (22) और रफीक नियाज शेख (22) को हिरासत में लिया गया है। वे कथित साजिशकर्ताओं में से एक प्रवीण लोनकर और एक अन्य आरोपी रूपेश मोहोल के संपर्क में थे।
अधिकारियों ने बताया कि लोनकर और मोहोल (जो पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं) ने कथित तौर पर गुलनकर और शेख को गोला-बारूद के साथ नौ एमएम की पिस्तौल सौंपी थी, जिसका इस्तेमाल अपराध में किया जाना था। जांच के दौरान पिस्तौल बरामद कर ली गई, जबकि गोला-बारूद का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में तीन बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
दशहरे के दिन हुई थी हत्या
12 अक्टूबर को दशहरे के दिन मुंबई के बांद्रा इलाके के निर्मल नगर में बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना उस वक्त हुई, जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय से बाहर निकल रहे थे। तभी तीन हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी मौत हो गई।
कौन थे बाबा सिद्दीकी
बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी महाराष्ट्र के बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे हैं। उन्होंने 1999, 2004 और 2009 में लगातार चुनाव जीते थे। 2004 से 2008 के बीच वह कांग्रेस-एनसीपी सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए के राज्य मंत्री रहे।
सिद्दीकी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1992 में नगर निगम पार्षद के रूप में की थी और आगे चलकर कांग्रेस पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। हालांकि, 8 फरवरी 2024 को उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर 12 फरवरी को अजीत पवार की एनसीपी में शामिल होने का फैसला लिया।