नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में भीषण गर्मी का एक और दौर शुरू हो गया है और अगले पांच दिन के दौरान तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस बढ़ने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी। भारत में अप्रैल और मई महीने में कई दिन तक भीषण गर्मी पड़ी थी और लू चली थी। आईएमडी ने कहा, अगले पांच दिन के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में भीषण गर्मी पड़ने का अनुमान है।
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह अत्यधिक गर्मी प्राकृतिक रूप से घटित होने वाली अल नीनो घटना तथा वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों की तेजी से बढ़ती सांद्रता का परिणाम है। अल नीनो के दौरान मध्य और पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में समुद्री सतह असामान्य रूप से गर्म हो जाती है।
उत्तर अरब सागर की ओर बढ़ा दक्षिण-पश्चिम मानसून
दक्षिण-पश्चिम मानसून सोमवार को उत्तर अरब सागर और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों की ओर आगे बढ़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने यहां एक दैनिक मौसम रिपोर्ट में कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के उत्तरी अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं और अगले दो दिनों के दौरान महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में यह आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से 11 जून को रायलसीमा में अलग- अलग स्थानों पर और 13 जून को उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और यानम में भारी बारिश हो सकती है।