
एंटरटेनमेंट डेस्क। बॉलीवुड के मिस्टर इंडिया यानी अनिल कपूर न केवल अपनी एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं बल्कि लोग उनके फिटनेस के भी दीवाने हैं। एक्टर आज अपना 66वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। लेकिन, आज भी एक्टर उतने ही फिट और जवां हैं, जितने अपने करियर के शुरुआती दौर में हुआ करते थे। लेकिन क्या आपको पता है कि एक समय ऐसा भी था कि उनके पास रहने का ठिकाना नहीं था, वे गैरेज में रहा करते थे। इसके अलाव करियर की शुरुआत में अनिल एक स्पॉटबॉय का काम किया करते थे। स्पॉटबॉय से एक्टर बने अनिल कपूर कभी थिएटर के बाहर ब्लैक में फिल्मों की टिकट भी बेचा करते थे। आइए जानते हैं एक्टर के जन्मदिन पर उनके जीवन से जुड़े कुछ किस्से…
सुरिंदर कपूर प्रोड्यूसर के बेटे
अनिल कपूर का जन्म 24 दिसंबर 1956 को चेंबूर, मुंबई महाराष्ट्र में हुआ था। वे फिल्म प्रोड्यूसर सुरिंदर कपूर और निर्मल कपूर के बेटे हैं। उनका परिवार फिल्मी दुनिया से ताल्लुक रखता है। उनके पिता सुरिंदर कपूर सिनेमा के जाने-माने प्रोड्यूसर थे। मगर उनका करियर ज्यादा नहीं चला। सुरिंदर कपूर जो न कर पाए, वो उनके बेटे अनिल कपूर ने कर दिखाया। अनिल ने पिता की विरासत को नई ऊंचाई दी और बन गए बॉलीवुड के नायक।
राज कपूर के गैराज में रहते थे अनिल
भले ही आज अनिल कपूर सिनेमा के एवरग्रीन सुपरस्टार हैं, लेकिन अपने करियर के शुरुआती दिनों में उन्हें और उनकी फैमिली को काफी दुख झेलने पड़ें। एक समय ऐसा था कि उनके पास रहने के लिए घर नहीं था। तब राज कपूर ने उन्हें अपने गैरेज में पनाह दी। वे अपने परिवार के साथ राज कपूर के गैराज में रहा करते थे। इसके बाद उन्होंने मुंबई में ही एक घर किराए पर लिया और परिवार के साथ वहां सेटल हो गए।
अनिल ने ब्लैक में बेची थी फिल्म की टिकट
अनिल कपूर फिल्मों में टपोरी का किरदार अच्छे से इसलिए निभाते हैं, क्योंकि वे असल जिंदगी में कभी टपोरी थे। अनिल बचपन में अपने दोस्तों के साथ टपोरियों जैसे ही काम किया करते थे। जैसे फिल्म की टिकट ब्लैक में बेचना।
स्पॉटबॉय का किया काम
अनिल पहले स्पॉटबॉय के रूप में काम कर गुजारा करते थे। वह सेलिब्रिटीज को एयरपोर्ट से लेकर शूट के लिए लोकेशन पर छोड़ने के साथ कई काम किया करते थे। तभी कास्टिंग डायरेक्टर बनने के बाद उन्होंने अपने एक्टिंग में कदम रखा।
तेलुगु फिल्म से की करियर की शुरुआत
अनिल ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में तेलुगु फिल्म ‘वामसा वृक्षम’ से की थी। हालांकि, इससे पहले वे 1979 में डायरेक्टर उमेश मेहरा की फिल्म ‘हमारे-तुम्हारे’ में कैमियो में नजर आए थे। जिसमें उनका छोटा सा रोल था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्में की लेकिन 1983 में फिल्म ‘वो सात दिन’ के जरिए उन्होंने बतौर लीड एक्टर बॉलीवुड में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने कई यादगार फिल्मों में अपनी एक्टिंग से फैंस का दिल जीता।
वहीं एक्टर की हिट फिल्मों की बात करे तो इसमें मिस्टर इंडिया, तेजाब, लम्हे, जुदाई, ताल, नायक, लाडला, बेटा और पुकार जैसी फिल्में शामिल हैं।
अनिल कपूर कैसे बने मिस्टर इंडिया?
मिस्टर इंडिया अनिल कपूर की झोली में बाय चांस गिर गई थी। दरअसल, शेखर कपूर ने इस फिल्म के लिए अनिल कपूर की जगह पहले अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना को अप्रोच किया था। लेकिन, कुछ कारण से दोनों ही फिल्म नहीं कर पा रहे थे। फिर अनिल कपूर को यह फिल्म ऑफर की गई, जो उनकी आइकॉनिक फिल्मों में शामिल हो गई।
वाइफ सुनीता उठाती थी अनिल के खर्चे
अनिल कपूर के डायलॉग की तरह ही उनकी लव लाइफ भी एकदम झकास है। एक्टर जब बॉलीवुड इंडस्ट्री में स्ट्रगल कर रहे थे, तब उनकी मुलाकात मॉडल सुनीता से हुई। पहली नजर में ही मिस्टर इंडिया सुनीता को दिल दे बैठे थे। उन दिनों अनिल के पास पैसे नहीं होते थे। उनके खर्चे सुनीता ही उठाया करती थीं। अनिल कपूर ने सुनीता से साल 19 मई 1984 में शादी की थी। उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें दो बेटियां सोनम और रिया, जबकि एक बेटा हर्षवर्धन हैं।
एक्टर की अपकमिंग फिल्म्स
हाल ही में अनिल को फिल्म एनिमल में देखा गया था। जिसमें उनके किरदार को लोगों की तरफ से खूब प्यार मिला। फिल्म अभी भी बॉक्स ऑफिस में अपना जलवा बिखेर रही है। एक्टर की अपकमिंग फिल्म फाइटर है। हाल ही में फिल्म से अनिल का फर्स्ट लुक सामने आया था, जिसे देख फैंस एक्साइटेड हो गए थे।
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