
ट्रंप ने यह भी कहा कि अल्कट्राज को दोबारा खोलकर यहां अमेरिका के सबसे खतरनाक अपराधियों को रखा जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी संकेत दिया कि हाल ही में अमेरिका और सेंट्रल अमेरिकी देश अल सल्वाडोर के बीच किए गए एक समझौते के तहत कुछ हिंसक अपराधियों और अवैध अप्रवासियों को भी यहां रखने की योजना है।
उन्होंने कहा, “कई बदमाश जज केसों की सुनवाई के दौरान बार-बार कैदियों को पेश होने के लिए बुलाते हैं, जिससे देश पर खर्च का बोझ बढ़ता है। ऐसे में खतरनाक अपराधियों को एक सुरक्षित और कठोर जेल में रखना जरूरी हो गया है।”
‘द रॉक’ के नाम से प्रसिद्ध है अल्कट्राज
अल्कट्राज जेल को अमेरिका की सबसे सख्त जेलों में गिना जाता था। यह कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को खाड़ी में एक छोटे से द्वीप पर स्थित है और द रॉक के नाम से प्रसिद्ध है। 1934 से लेकर 1963 तक यह जेल सक्रिय थी। बाद में इसके ज्यादा खर्च और रखरखाव की समस्याओं के चलते इसे बंद कर दिया गया था।
कैदियों के लिए बेहद कठोर था माहौल
अल्कट्राज की सबसे बड़ी खासियत इसकी सख्त निगरानी और कठोर नियम थे। कैदियों को आपस में बात करने की भी अनुमति नहीं थी। कुछ कैदियों को तो महीनों तक अकेले अंधेरे कमरों में रखा गया, जिससे वे मानसिक बीमारियों का शिकार हो गए। इस जेल में आत्महत्याओं की घटनाएं भी सामने आई थीं।
माफिया डॉन और गैंगस्टर्स की रही है यह जेल
यह जेल उन अपराधियों के लिए जानी जाती है जिन्हें आम जेलों में रखना मुश्किल होता था। यहां इतालवी-अमेरिकी माफिया सरगना अल कैपोन, कुख्यात गैंगस्टर जॉर्ज ‘मशीन गन’ केली और रॉबर्ट स्ट्राउड जैसे अपराधी रखे गए थे। रॉबर्ट स्ट्राउड ने यहीं पर रहकर पक्षियों की बीमारियों पर एक चर्चित पुस्तक ‘डाइजेस्ट ऑन द डिजीज ऑफ बर्ड्स’ लिखी थी, जिसके बाद उसे ‘बर्डमैन ऑफ अल्कट्राज’ के नाम से जाना जाने लगा।
सबसे चर्चित है 1962 की जेल ब्रेक घटना
11 जून 1962 को अल्कट्राज से भागने की एक बेहद चर्चित घटना हुई थी। फ्रैंक मॉरिस, जॉन एंगलिन और क्लेरेंस एंगलिन नामक तीन कैदी जेल से फरार हो गए थे। इनकी योजना 1960 में शुरू हुई थी, जब फ्रैंक मॉरिस इस जेल में लाया गया था। उसने अन्य तीन कैदियों जॉन एंगलिन, क्लैरेंस एंगलिन और ऐलन वेस्ट से दोस्ती की और दिसंबर 1961 में जेल से भागने की योजना बनाई।
उन्होंने देखा कि उनके कमरे की वेंटीलेशन ग्रिल जंग लगी और कमजोर है। उमस और नमी के कारण सीमेंट कमजोर पड़ चुका था, जिससे वे आसानी से ग्रिल हटाकर रास्ता बना सके। यह भागने की योजना अल्कट्राज के इतिहास की सबसे रहस्यमय और चर्चित घटनाओं में से एक है। हालांकि तीन कैदियों के बाद का कोई स्पष्ट सुराग नहीं मिला, जिससे यह घटना अब तक रहस्य बनी हुई है।
आगे चलकर अल्कट्राज बना टूरिस्ट स्पॉट
अल्कट्राज आइलैंड का इतिहास 1868 से शुरू होता है, जब अमेरिकी सेना ने इसे अनुशासनात्मक बैरक के रूप में इस्तेमाल किया था। सही मायनों में इसे 1912 में जेल के रूप में विकसित किया गया। 1933 में यह फेडरल जेल बन गई और 1963 तक उपयोग में रही। इसके बाद इसे बंद कर दिया गया और आज यह एक लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट है। यहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं।