मध्यप्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच IAS सर्विस मीट को स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि भोपाल में ये मीट 17 से 19 दिसंबर तक प्रस्तावित थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसका शुभारंभ करने वाले थे। एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अपर मुख्य सचिव आईपीसी केसरी ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट के फैलने की आशंका को ध्यान में रख कर मीट को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। केसरी ने आयोजन को टालने की सलाह दी थी।
सीएम बोले- हम संकट के मुहाने पर खड़े हैं
जानकारी के मुताबिक, सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का सामना जनभागीदारी मॉडल पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम संकट के मुहाने पर खड़े हैं।
विदेश यात्रा से इंदौर लौटे 100 लोग
बता दें कि पिछले एक महीने में विदेश यात्रा से इंदौर लौटे करीब 100 लोगों की तलाश स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। अच्छी बात ये है कि विदेश से आए 50 लोगों की जांच हो चुकी है। हालांकि वे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं मिले हैं।
थ्री-टी पर सरकार का जोर
प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए थ्री-टी रणनीति पर काम किया जा रहा है। इसमें टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट शामिल है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। थ्री-टी रणनीति की सलाह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। इसके मुताबिक जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए सबसे पहले कोरोना वायरस के वैरिएंट की पहचान करना है।
जीनोम सीक्वेंसिंग को लेकर निर्देश जारी
प्रदेश के सभी कलेक्टर्स, मेडिकल कॉलेजों के डीन, CMHO और सिविल सर्जन को ये निर्देश भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए साफ निर्देश दिए गए हैं। RT-PCR में पॉजिटिव आने वाले सभी मरीजों के अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग के निर्देश दिए गए हैं। ओमिक्रोन की पुष्टि के बाद मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान फिर तत्काल ट्रेसिंग करते हुए जरूरी सर्विलांस के निर्देश हैं।